Haroli Assembly Seat: हिमाचल प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है. प्रदेश में 12 नवंबर को वोटिंग (Himachal Voting date) होनी है और 9 दिसंबर को परिणाम घोषित (Himachal election result date) होना है. दिल्ली और पंजाब में जीत हासिल करने के बाद हिमाचल में आम आदमी पार्टी (AAP) के आ जाने से इस बार का विधानसभा चुनाव (Himachal Assembly Election 2022) काफी दिलचस्प हो गया है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं राज्य की एक-एक विधानसभा सीट का इतिहास और यहां का राजनीतिक समीकरण. चुनावी माहौल के बीच आज हम आपको बताएंगे हरोली सीट के बारे में.


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हिमाचल प्रदेश का हरोली विधानसभा क्षेत्र (Haroli Assembly Constituency) जिला ऊना (Dist Una) के अंतर्गत आता है. यह सीट अपने आप में बेहद खास है. यहां अभी कांग्रेज काबिज है. 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री (MLA Mukesh Agnihotri) ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस साल हरोली सीट पर किसकी दावेदारी होगी यह तो यहां की जनता ही तय करेगी. 


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कब-कब कौन बना हरोली सीट का दावेदार?
अगर हम बात करें 2017 विधानसभा चुनाव की तो इस साल हरोली क्षेत्र में 54.44 प्रतिशत वोट मतदान हुआ था. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी मुकेश अग्निहोत्री को 3,99,572 वोट मिले थे. मुकेश अग्निहोत्री ने बीजेपी के राम कुमार को 7,377 वोटों के मार्जिन से हराया था. बता दें, हिमाचल प्रदेश के हरोली विधानसभा क्षेत्र की जनता ने 2012 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री को 72,225 वोट देकर अपना विधायक चुना. इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के मुकेश अग्निहोत्री को ही 81,198 वोट देकर इस क्षेत्र का विधायक बनाया. 


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कैसे अस्तित्व में आई हरोली विधानसभा सीट
यह सीट क्षेत्र विधानसभा के 68 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. साल 2017 में यहां कुल 81,198 वोटर थे. यह सीट 2008 में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. 


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