Himachal Pradesh में जगह-जगह हो रहा संस्थानों को डीनोटीफाई किए जाने का विरोध
Himachal Pradesh Political News: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार राज्य में कई संस्थानों को डीनोटीफाई करने जा रही है, जिसका बीजेपी द्वारा जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, और तो और सरकार को झूठी और मक्कार बताया जा रहा है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बीजेपी कार्यकाल के दौरान खोली गईं शैक्षणिक संस्थानो को डीनोटीफाई करने का फैसला लिया गया है, जिसका भारतीय जनता पार्टी लगातार विरोध कर रही है. संस्थानो को डीनोटीफाई करने और विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा की गईं दस गारंटियों को पूरा ना करने के विरोध में बीजेपी ने सोलन जिला में जनआक्रोश रैली निकाली. बीजेपी की इस रैली में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित कई भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए.
संजय टंडन ने कांग्रेस सरकार को बताया झूठी और मक्कार
रैली के दौरान प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि प्रदेश की सुक्खू सरकार जनता की आकांक्षाओं पर पूरी तरह खरी नहीं उतर पा रही है. राज्य में पिछली सरकार द्वारा खोले गए संस्थानो को डीनोटीफाई कर तानाशाही से कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जनता को जो 10 गांरटियां दी थीं उन्हें भी अभी तक पूरा नहीं कर पाई है. युवा रोजगार की राह देख रहा है और महिलाएं हर माह 1500 रुपये मिलने का इंतजार कर रही हैं, लेकिन सरकार अपने इन वादों को पूरा करने में विफल साबित हो रही है. इतना ही नहीं संजय टंडन ने कांग्रेस सरकार को झूठी और मक्कार सरकार बताया.
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पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, ऊना में भी कांग्रेस सरकार के इस फैसले के विरोध में बीजेपी द्वारा आक्रोश रैली निकाली गई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और पूर्व कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर सहित तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं ने शिरकत की. इस दौरान पार्टी नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए इन संस्थानों को खोला गया था ताकि लोगों को दूर-दराज वाले क्षेत्रो में ना जाना पड़े, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आते ही इन्हें बंद करने का निर्णय ले लिया, जिसकी वजह से अब आम जनता को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
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इसके अलावा नूरपुर जिला में भी भाजपा ने कांग्रेस द्वारा संस्थानों को डीनोटीफाई करने के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए विक्रम ठाकुर ने कहा कि जयराम सरकार ने जनता की मांगों के अनुरुप कई संस्थान खोले थे ताकि जनता को अपनों घर के पास ही सुविधा मिल सके, लेकिन इस सरकार ने सत्ता में आते ही जनता को ना तो कोई सुविधा दी बल्कि जो बीजेपी ने उन्हें सुविधा दी थी वह भी छीन ली. उन्होंने कहा कि यह सरकार जिन दस गारंटियों को लेकर सत्ता में आई थी वह भी ये पूरी नहीं कर पाई.
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