Truck Operator Protest: किसानों की तरह आत्महत्या करने को मजबूर हुए हिमाचल के ट्रक ऑपरेटर्स
Himachal Pradesh: माल ढुलाई भाड़े को लेकर ट्रक ऑपरेटर्स और सीमेंट कंपनी प्रबंधन के बीच चला रहा विवाद अभी भी जारी है. इन ऑपरेटर्स ने अब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांग पूरी नहीं करती है वह आत्महत्या कर लेंगे, जिसकी जिम्मेदार सरकार ही होगी.
विजय भारद्वाज/बिलासपुर: बिलासपुर के बरमाणा स्थित सीमेंट कंपनी प्रबंधन और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच माल ढुलाई भाड़े को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ट्रक ऑपरेटर्स 24 दिनों से लगातार सड़कों पर उतरकर कंपनी प्रबंधन और अडानी ग्रुप के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर रहे हैं. गौरतलब है कि सीमेंट प्लांट बंद होने की वजह से बीते 24 दिन से हजारों ट्रकों के पहिए रुक गए हैं, जिसका सीधा असर ट्रक ऑपरेटर्स, चालक और इससे जुड़े ढाबा संचालक, रिपेयर्स पार्ट्स की दुकानों पर पड़ रहा है.
ट्रक ऑपरेटर्स का प्रदेश सरकार और भाजपा पर आरोप
ट्रक ऑपरेटर्स का आरोप है कि सीमेंट प्लांट बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. ऐसे में उनकी रोजी-रोटी, ट्रकों की किस्त और बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं जा पा रही है. रोष प्रदर्शन करते हुए 24 दिन का समय बीत चुका है अभी तक ना तो प्रदेश सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान दे रही है और ना ही भाजपा का कोई वरिष्ठ नेता उनकी ओर ध्यान दे रहा है.
सरकार को दी आत्महत्या की चेतावनी
वहीं, ट्रक ऑपरेटर्स की समस्याओं को लेकर एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें बीडीटीएस (BDTS) के पूर्व चेयरमैन कश्मीर सिंह चंदेल ने कहा कि सीमेंट कंपनी से जुड़े ऑपरेटर्स की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है. ऐसे में अब उन्हें इस बात का डर सताने लगा है कि कहीं ये ट्रक ऑपरेटर्स भी पंजाब में कर्ज तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या जैसा कदम न उठा लें. आज ये लोग अपनी गाड़ी की किस्त तक नहीं चुका पा रहे हैं और ना ही घर खर्च चला पा रहे हैं.
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रक ऑपरेटर्स द्वारा भविष्य में ऐसा कोई भी कदम उठाए जाने पर इसकी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन और प्रदेश सरकार की होगी. इस दौरान उन्होंने बीडीटीएस द्वारा संचालित गौशालाओं का संचालन बंद करने और उन्हें सरकार के जिम्मे खुला छोड़ने की चेतावनी भी दी.
कंपनी पर लगा धोखेबाजी का आरोप
इस दौरान ट्रक ऑपरेटर नीलम चंदेल ने कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वारा पहले उन्हें मल्टी एक्सल गाड़ियां लेने को कहा गया और फिर जब ऑपरेटर्स ने इन्हें फाइनेंस पर खरीदा तो कंपनी प्लांट ही बंद कर दिया, जिससे वह ने तो गाड़ी की किस्त दे पा रहे हैं और न ही अपना गुजार कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन की है.
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इन दिग्गजों से की अपील
नीलम चंदेल ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री व सांसद अनुराग ठाकुर और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से जल्द ही इस मामले का संज्ञान लेकर सीमेंट प्लांट खुलवाने और ट्रक ऑपरेटर्स की मांगे पूरी करने की अपील की है. इसके साथ ही कहा कि अगर आने वाले समय में ऑपरेटर्स आत्महत्या जैसा कोई भी गलत कदम उठाते हैं तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की ही होगी.
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