Rainfall: लगातार हो रही बारिश से किसान और बागवान परेशान, फसलों को हो रहा नुकसान
Weather news: इन दिनों बेमौसम हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. मैदानी क्षेत्रों में गेंहू की फसल खराब हो चुकी है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में यह बारिश फसलों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, लेकिन बारिश के साथ हो रही ओलावृष्टि से फलदार पौधों को नुकसान हो रहा है.
ज्ञान प्रकाश/पांवटा साहिब: बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश किसानों के लिए आफत बनती जा रही है. मैदानी क्षेत्रों में हो रही इस बारिश से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. वहीं अगर हिमाचल प्रदेश की बात की जाए तो यहां कई क्षेत्रों में काफी समय से बारिश न होने की वजह से सूखे जैसे हालात हो गए थे, लेकिन मौसम में आए बदलाव से खेतों सहित जमीनों को पर्याप्त नमी मिली है, जिसकी वजह से अब गेहूं और अन्य नकदी फसलों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो रही है.
बारिश के साथ हो रही ओलावृष्टि से फलदार पौधों को हो रहा नुकसान
प्रदेश में हो रही बारिश से पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान भी लुढ़का है, लेकिन बारिश के साथ बीच-बीच में हो रही ओलावृष्टि से फलदार पौधों को नुकसान हो रहा है. बारिश के साथ हो रही ये ओलावृष्टि किसानों सहित बागवानों के लिए चिंता का विषय बन गई है. ओले पड़ने से फसलों को आंशिक नुकसान हुआ है. फलदार पौधों खासकर गुठलीदार फलों के पौधों को व्यापक नुकसान हो रहा है. ओलावृष्टि की वजह से आम सहित अन्य फलदार पौधों के फूल भी झड़ने लगे हैं. हालांकि अभी कुछ दिन और बारिश होने के आसार हैं. ऐसे में किसानों और बागवानों को बारिश के साथ ओले पड़ने की चिंता सता रही है.
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क्या कहते हैं किसान?
वहीं, किसानों का कहना है कि आम के पौधों पर अंकुर आना और बेमौसम बारिश होने से इस बार आम की फसलों पर खतरा मंडराने की संभावना है, जिसे लेकर बागबानों व जिन लोगों ने आम के बाग लीज पर लिए हुए हैं उन्हें पैदावार कम होने और नुकसान होने की चिंता सता है. नूरपूर के सुलयाली गांव में बागवान स्प्रे करके पैदावार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार से गुजारिश कर रहे कि उन्हें कोई ऐसी दवाई या प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे वे पैदावार को बचा सकें.
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ड्राई स्पेल से करीब 75 करोड़ रुपये के नुकसान का आंकलन
विशेषज्ञों की मानें तो ड्राई स्पेल के बाद अब जो बारिश हो रही है उससे भरपाई होने की संभावना है. अतिरिक्त कृषि निदेशक उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला के अंतर्गत आने वाले 5 जिले कांगड़ा, चंबा, मंडी, हमीरपुर और ऊना आते हैं. इन जिलों में ड्राई स्पेल से करीब 75 करोड़ रुपये के नुकसान का आंकलन किया गया था, वहीं पिछले दो सप्ताह से हो रही बारिश के साथ कई क्षेत्रों में तूफान के कारण करीब 3 करोड़ रुपये का नुकसान रवी की फसलों को हुआ है. पहले ड्राई स्पेल के चलते अतिरिक्त कृषि निदेशक उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला के अंतर्गत आते 5 जिलों में 75 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया था. जबकि अब हो रही बारिश और तूफान से रवी फसल को करीब सवा 3 करोड़ रुपये के नुकसान का आंकलन किया गया है.
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