समीक्षा राणा/शिमला: हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से बाढ़ जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अब प्रदेश में मौसम विज्ञान की ओर से येल्लो अलर्ट जारी कर दिया गया है. माना जा रहा है कि कोरोना के बाद इस साल सबसे ज्यादा पर्यटक हिमाचल पहुंच रहे हैं. हालांकि बरसात के चलते सैलानियों की आवाजाही धीमी जरूर पड़ी है, लेकिन मॉनसून का आनंद उठाने के लिए सैलानी शिमला पहुंच रहे हैं और यहां के सुहावने मौसम का आनंद ले रहे हैं.


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बारिश से हुए 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान


हिमाचल प्रदेश को मॉनसून के शुरुआती दौर में ही जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है. जुलाई के शुरू में हुई मानसून की बारिश से अभी तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 109 लोग घायल हुए हैं और 5 लोग अभी भी लापता हैं. इतना ही नहीं इस आपदा में 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति भी पानी में बह गई. इसमें अधिकतर नुकसान लोक निर्माण विभाग को पहुंचा है.


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बारिश की वजह से गईं कई जान
इस दौरान 66 पशु पक्षियों की भी जान चली गई, 62 गौशाला बह गई. इसके अलावा 100 से भी ज्यादा घर और दुकानें बरसात प्रभावित हुईं है. 78 मौतों में से सबसे ज्यादा 51 मौतें वाहन दुर्घटनाओं से हुई हैं. सांप के काटने से 8 मौत हुईं, 3 मौतें करंट लगने और बाकी मौतें बाढ़ या लैंड स्लाइड की वजह से हुई हैं. कई जगहों पर तो बरसात ने अपना रौद्र भी रूप दिखाया है. बात करें सबसे ज्यादा दर्दनाक हादसे की तो वह था कुल्लू का हादसा जहां तेज बारिश के कारण बाढ़ आ गई, जिसमें एक बस के कई लोगों की जान चली गई. 


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