Sansad News: संसद की सुरक्षा में चूक मामले के सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत को पटियाला हाउस कोर्ट ने 1 मार्च तक बढ़ा दिया है. दिल्ली पुलिस ने आज सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था. गौरतलब है कि 13 दिसंबर 2023 को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई थी. संसद पर हमला होने के ठीक 22 साल बाद एक बार फिर संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई थी. 


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13 दिसंबर को क्या हुआ?
बता दें, 13 दिसंबर को अचानक दो लोग संसद की कार्रवाई के दौरान सदन में कूद पड़े और उन्होंने कलर स्मोक छोड़कर नारेबाजी करना शुरू कर दिया. इस बीच वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को बीच में ही रोक दिया गया. हालांकि हंगामा करने वाले लोगों को पकड़कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया. इनके अलावा दो लोगों को सदन के बाहर से गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक महिला भी शामिल थी. 


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सदन में पहुंचे दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर था. जैसे ही ये दोनों सदन में पहुंचे इनमें से एक शख्य ने जूते से स्प्रे निकाला, जिसके बाद इस स्प्रे से पीले रंग का धुआं निकलने लगा. इस दौरान दोनों युवक नारेबाजी करने लगे. ये सब देख सदन में अफरा-तफरा मच गई. इस दौरान कुछ सांसदों ने इन्हें पकड़कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया.   


बता दें, संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी पार्लियामेंट्री सिक्योरिटी सर्विस (PSS), पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG), सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के पास होती है. संसद भवन की सुरक्षा का जिम्मा जॉइंट सेक्रेटरी (सिक्योरिटी) के पास होता है. साथ ही संसद के हर एक कोने पर कैमरे के जरिए नजर रखी जाती है. संसद की सुरक्षा के लिए मल्टीलेयर घेरा होता है. इतना ही नहीं, राज्यसभा और लोकसभा के अपने अलग सुरक्षा घेरे होते हैं, जिन्हें राज्यसभा सचिवालय और लोकसभा सचिवालय द्वारा संचालित किया जाता है. 


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