नई दिल्ली: देश में इस वक्त लंपी वायरस का खौफ बना हुआ है. हिमाचल प्रदेश में लंपी वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. प्रदेश में लंपी वायरस के कहर से लोगों में दहशत है. यह वायरस पशुओं में तेजी से फैल रहा है. लंपी वायरस दुधारू पशुओं में तेजी से फैल रहा है, जिसका बुरा असर दूध उत्पादन पर भी पड़ रहा है. ऐसे में अब इसका असर हिमाचल, राजस्थान, मध्य प्रदेश के बाद पंजाब में भी दिखने लगा है. 


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लंपी वायरस से प्रभावित हो रहा दूध उत्पादन
जानकारी के अनुसार पंजाब में भी लंपी वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं. यहां इसका सीधा असर दूध उत्पादन पड़ रहा है. पंजाब में हर दिन करीब 3 करोड़ लीटर दूध उत्पान प्रभावित हो रहा है. अमृतसर वेरका प्लांट में हर दिन 1.50 लाख लीटर दूध पहुंचता है, लेकिन लंपी वायरस के चलते यहां दूध की मात्रा में गिरावट देखी जा रही है. 


इन क्षेत्रों में पड़ रहा बुरा असर
पंजाब सरकार के आंकड़ो के अनुसार, राज्य में लंपी वायरस से 1.26 लाख पशु प्रभावित हुए हैं जबकि 10 हजार पशुओं की मौत हुई है. प्रोग्रेसिव डेयरी फार्म एसोसिएशन की मानें तो राज्य में अभी तक करीब 1 लाख पशु लंपी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसकी वजह से दूध की मात्रा में कमी आई है. इसमें विशेष रूप से फरीदकोट, बठिंडा, फाजिल्का और मुक्तसर क्षेत्र प्रभावित हुए हैं. 


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पंजाब सरकार से मुआवजे की मांग
पंजाब में लंपी वायरस का संक्रमण बढ़ने से प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन (पीडीएफए)  नाराज हैं. उनका दावा है कि इस संक्रमण से पशुओं में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है. ऐसे में दूध उत्पादन करने वाले डेयरी किसानों को भी नुकसान होगा. पंजाब के इन किसानों ने पंजाब सरकार से 50 हजार रुपये के मुआवजे की मांग की है. 


बता दें, लंपी वायरस पशुओं में तेजी से फैल रहा है, जिनमें से दुधारू यानी दूध देने वाले पशुओं की संख्या ज्यादा है. इस बीमारी को 'गांठदार त्वचा रोग वायरस' LSDV कहा जाता है. इसकी तीन प्रजातियां पहली कैप्रिपॉक्स, दूसरी गोटपॉक्स (Goatpox) और तीसरी शीपपॉक्स (SheepPox) हैं. 


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