Strawberry Farming: स्ट्रॉबेरी की खेती अच्छी होने के बावजूद किसान क्यों परेशान?
Strawberry Farming: हिमाचल प्रदेश के पांवटा दून घाटी में किसानों का एक बड़ा वर्ग स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करता है. इस बार हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में इस साल स्ट्रॉबेरी की खेती काफी अच्छी हुई है. इसके बावजूद यहां के किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
ज्ञान प्रकाश/पांवटा साहिब: पांवटा दून घाटी इस बार भी स्ट्रॉबेरी की रंगत से गुलजार है, लेकिन मीठी, रसीली और पोषण से भरपूर स्ट्रॉबेरी को उचित दाम नहीं मिल पा रहा है और ना ही प्रदेश सरकार स्ट्रॉबेरी के विपणन की सही व्यवस्था कर पाई है, जिसकी वजह से किसानों को फसल बेचने में कई असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. पांवटा साहिब में इस बार भी मीठी रसीली स्ट्रॉबेरी की बहार आई है. यहां के खेत स्ट्रॉबेरी की रंगत से रंगे नजर आ रहे हैं. ऐसे में अच्छी फसल होने से उत्पादक भी खुश हैं.
बता दें, पांवटा दून घाटी में किसानों का एक बड़ा वर्ग स्ट्रॉबेरी का उत्पादन करता है. यहां की धरती भी किसानों के मनमाफिक फसल प्रदान करती है. यहां की खट्टी, मीठी, रसीली और पोषण से भरपूर स्ट्रॉबेरी की बाजार में भी बहुत मांग रहती है, लेकिन बेहद नाजुक इस रसीले फल की समस्या यह है कि इसे खेत से तोड़ने के बाद तुरंत बाजार और बाजार से खरीदार के पास पहुंचाना होता है.
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क्या है किसानों की बड़ी समस्या?
इसे तोड़ने के 12 घंटे बाद ही यह स्ट्रॉबेरी खराब होनी शुरू हो जाती है. ऐसे में इस महंगी फसल को तुरंत बाजार तक पहुंचाना उत्पादकों के लिए काफी मुश्किल हो जाता है. उत्पादकों की समस्या यह भी है कि प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन अभी तक स्ट्रॉबेरी के विपणन की सही व्यवस्था नहीं कर पाया है और न ही इस क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी के भंडारण के लिए कोल्ड स्टोर स्थापित किया गया है. यही वजह है कि स्वाद और पोषण से भरपूर यह स्ट्रॉबेरी उगाने वाले किसान अच्छी खेती होने के बावजूद मायूस हैं.
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हिमाचल में बनाए जा रहे किसानों की सुविधा के लिए फार्मर प्रोड्यूस ऑर्गेनाएजेश
वहीं उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए फार्मर प्रोड्यूस ऑर्गेनाएजेश बनाए जा रहे हैं, जिसमें किसानों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. हालांकि, पांवटा साहिब के अलावा देहरादून, चंडीगढ़, यमुनानगर की मंडियों में स्ट्रॉबेरी के अच्छे दाम मिल रहे हैं. स्थानीय उत्पादक पांवटा साहिब में कोल्ड स्टोरेज खोलने और सरकारी एजेंसियों के माध्यम से विपणन की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं.
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