Himachal: अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए अच्छी खबर, प्रदेश में मिलेगी निशुल्क UPSC कोचिंग
UPSC: हिमाचल प्रदेश के छात्रों के लिए अच्छी खबर है. अब इन्हें UPSC कोचिंग के लिए घर से दूर शहर नहीं जाना होगा. दरअसल केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में एक कोचिंग सेंटर स्थापित किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति के छात्रों को निशुल्क कोंचिग दी जाएगी.
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के गरीब छात्रों को यूपीएससी की कोचिंग (UPSC Coaching) लेने के लिए अब बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा. हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला (Central University of Himachal Pradesh) में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय व डा. अंबेडकर फाउंडेशन के सहयोग से डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति के 100 अभ्यर्थियों को यूपीएससी की परीक्षा (UPSC exam) के लिए निशुल्क कोचिंग दी जा रही है. बता दें, 6 अक्टूबर को इस केंद्र का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा.
अगर क्लासेस की बात की जाए तो 1 अक्टूबर से ही क्लास लगना शुरू हो जाएंगी. इस संबंध में आज धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अकादमिक एवं केंद्र के निदेशक प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यसभा सदस्य सुश्री इंदु गोस्वामी करेंगी. इस दौरान कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कांगड़ा के उपायुक्त डा. निपुण जिंदल होंगे और कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल करेंगे.
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कॉम्पीटेटिव एग्जाम के लिए तैयार होंगे छात्र
उन्होंने कहा कि निशुल्क कोचिंग हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के युवा अधिकारियों से भी मिलवाया जाएगा, जिससे उनका उत्साहवर्धन हो सके. ये अधिकारी अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ शेयर कर पाएंगे, जिससे स्टूडेंट्स अपने आप को कॉम्पीटेटिव एग्जाम के लिए तैयार कर सकें. उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का बहुत अच्छा प्रयास है. अब जब यूनिवर्सिटी को यह मौका मिला है तो ऐसे में हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हों.
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यूनिवर्सिटी ने तैयार किया कैलेंडर
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में ही बच्चों को किताबें, इंटरनेट और लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी. केंद्र सरकार इसका वहन करेगी. सेंट्रल यूनिवर्सिटी को इसके लिए कुल 400 आवेदन आए हैं, जिसमें से 72 छात्रों को चुना गया है, लेकिन हमारा प्रयास रहेगा कि कम से कम 100 विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाए. इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से पूरा कैलेंडर तैयार कर लिया गया है. अगले साल लगभग सितंबर माह तक कोचिंग का एक साल पूरा हो जाएगा. तीन प्राध्यापकों की व्यवस्था केंद्र की ओर से की गई है.
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