फातिमा बीबी ने सुप्रीम कोर्ट में बनाया था रिकार्ड, इसलिए दिया जा रहा पद्म विभूषण
Fatima Bibi: एम फातिमा बीबी को साल 2024 में पद्म विभूषण से नवाजा जाएगा. वह पहली महिला हैं, जो सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं थीं. इसके अलावा वह तमिलनाडु की राज्यपाल भी थीं.
Fatima Bibi: साल 2024 में 132 लोगों को पद्म विभूषण दिए जाने का ऐलान किया गया है. इसमें एक नाम जो बहुत खास है वह है एम फातिमा बीबी का. वह सुप्रीम कोर्ट की पहिला महिला जज रही हैं. इसके साथ उन्होंने बार काउंसिल में मेडल जीत कर अपने इलाके का नाम रौशन किया है.
कौन थीं फातिमा?
एम फातिमा रौशन 30 अप्रैल सन 1927 को केरल में पैदा हुईं. वह एक कामयाब वकील और जज थीं. इनकी कामयाबी के पीछे इनके पिता अन्नावीतिल मीरन साहिब का हाथ था. पिता का सपना था कि उनकी बेटी वकील बने. इसके बाद उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की. साल 1950 में फातिमा बीबी वकील बन गईं.
फातिमा बीवी की इब्तिदाई तालीम कैथोलिकेट हाई स्कूल से हुई. उन्होंने स्नातक की तालीम तिरुवनंतपुरम के यूनिवर्सिटी कॉलेज से हासिल की. उन्होंने रसायन विज्ञान में स्नातक किया.
सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं
एम फातिमा बीबी ने केरल में एक वकील के बतौर अपने करिअर की शुरूआत की. उन्होंने बतौर जज अपना करिअर साल 1947 में शुरू किया. वह पहले सत्र न्यायालय की जज बनीं. साल 1980 में वह इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल गईं. साल 1983 में वह केरल हाई कोर्ट की जज बनीं. यहां तकरीबन 6 साल काम करने के बाद वह साल 1989 में सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं. भारत के इतिहास में वह पहली महिला जज हैं.
विवादों में रहीं फातिमा
फातिमा बीबी सुप्रीम कोर्ट में 29 अप्रैल साल 1992 तक जज बनी रहीं. सुप्रीम कोर्ट से रिटायर होने के बाद फातिमा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सदस्य बनीं. वह तमिलनाडु की राज्यपाल बनीं.
फातिमा बीबी का राज्यपाल का दौर खासा विवादों में रहा. उन्होंने साल 2001 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के बाद जयललिता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी थी. इससे पहले जयललिता को TANSI भूमि मामले में इलेक्शन में हिस्सा लेने के लिए नाकाबिल करार दिया गया था.