Champions Trophy 2025: भारत, ऑस्ट्रेलिया नहीं, ये 3 टीमें विरोधियों के लिए बनेंगे खतरा !
Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का नौवां एडिशन पाकिस्तान की मेजबानी में 2025 के फरवरी और मार्च में होने की उम्मीद है. इस ICC इवेंट में कुल 10 टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें से आठ टीमें एक दिवसीय (ODI) प्रारूप की टॉप टीमें हैं. वहीं दो टीमों का चयन वर्ल्ड कप ग्रुप चरण के रैंकिंग के आधार पर किया जाएगा.
Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर सभी टीमें अभी से ही तैयारियों में जुट गई हैं. पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाली इस टूर्नामेंट में सबकी नजर सभी टीमों के चयनकर्ताओं पर होगी. वे आईसीसी इवेंट कैसे अपनी टीमें चुनती हैं. हालांकि, आईसीसी इवेंट्स के मद्देनजर कई एक्सपर्ट्स अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद से सुरक्षित टीमों को चुनते हैं. लेकिन इन टीमों में हमेशा कुछ टीमें ऐसी होती हैं जो बेहतरीन खिलाड़ियों के बावजूद भी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने विफल रहती हैं.
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को देखते हुए मेजबान पाकिस्तान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के फैंस उम्मीद कर रहे होंगे कि उनकी टीम एक बार फिर टॉप -4 टीमों में जगह बनाए और इस इवेंट को अपने नाम करे. लेकिन ऐसी संभावना है कि उनकी उम्मीद टूट भी सकती है, क्योंकि आज हम इस स्टोरी में उन तीन टीमों के बारे में बताएंगे जो पिछले दो से तीन सालों में लगातार सफेद बॉल में अच्छा प्रदर्शन करह रहे हैं, जो आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी विरोधी टीमों के लिए खतरा साबित हो सकते हैं.
ये हैं वे तीन टीमें जो चैंपियंस ट्रॉफी में विरोधियों के लिए हैं खतरा .......
1. अफग़ानिस्तान ( Afghanistan Cricket )
अगर पिछले दो-तीन सालों में किसी भी टीम ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है तो वह है अफगानिस्तान. हाल के सालों में अफगानिस्तान ने सफेद गेंद प्रारूप में शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने 2023 वर्ल्ड कप में लगभग टॉप 4 में अपनी जगह बना ली थी और 2024 टी20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनलिस्ट थे. अब इससे अंदाजा लगाता सकते हैं कि अफगानिस्तान टीम पिछले दो तीन सालों में किस तरह से निखरा है. इसमें कोई दोराय नहीं है कि वे चैंपियंस ट्रॉफी में भी अच्छी टीमों को चुनौती दे सकते हैं.
वहीं, अगर राशिद खान फिट रहे तो ये संभावना और भी ज्यादा हो जाती है. साथ ही बाकी खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जैसा कि जोनाथन ट्रॉट की कोचिंग में साफ तौर पर दिख रहा था. हालांकि, टीम ने उनकी रणनीति को प्रभावशाली ढंग से आगे भी अपनाया है. चाहे वह लक्ष्य का पीछा करने की बात हो या पहले गेंदबाजी करने की परस्थिति में, खासतौर पर एशियाई परिस्थितियों में कमाल का प्रदर्शन करते आ रहे हैं. इसलिए अफगानिस्तान को अगले साल होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में मजबूत दावेदार या छुपा रुस्तम के तौर पर माना जा रहा है.
2. साउथ अफ्रीका ( South Africa )
साउथ अफ्रीका अभी भी चोकर्स के टैग के साथ जी रहा है. हालांकि, प्रोटियाज ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत के खिलाफ हार झेलने के बाद उन्होंने साफ कर दिया गया था कि वे ट्रॉफी के लिए मैदान पर किस तरह से लड़ाई कर सकते हैं. टीम हेनरिक क्लासेन जैसे खिलाड़ियों के साथ जो आईपीएल की तरह अनुकूल बल्लेबाजी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. साथ ही गेराल्ड कोएत्ज़ी और कैगिसो रबाडा जैसे गेंदबाजों से भी कई उम्मीदें होंगी. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह टीम आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में कैसा प्रदर्शन करती है. हालांकि, कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस इवेंट में ट्रॉफी जीतने के सबसे मजबूत दावोदारों में से एक है.
3. न्यूजीलैंड (New Zealand)
एक वक्त था जब आईसीसी टूर्नामेंटों में न्यूजीलैंड टीम की अनदेखी की जाती थी. लेकिन पिछले कई सालों से कीवीज ने शानदार प्रदर्शन कर अलग छाप छोड़ी थी. हालांकि, हाल के सालों में विशेष रूप से 2023 वनडे वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन सबके लिए चौंकाने वाला था. न्यूज़ीलैंड आमतौर पर शांत और संयमित क्रिकेट खेले जाने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन कई सालों तक आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने का बोझ हाल के टूर्नामेंटों में साफ तौर पर टीम के ऊपर देखा गया.
हालांकि, इस बार चीज़ें बदल सकती हैं, क्योंकि उनके हाल के वनडे आंकड़ों पर नजर डालें तो उन्होंने पिछले दो सालों में कुल 30 वनडे मैच खेले हैं. जिनमें से 22 मैचों जीत दर्ज की और मुकाबलों में हार मिली. साथ ही न्यूजीलैंड ने प्रति पारी 292 रन का काफी प्रभावशाली औसत बनाए रखा है, जबकि उनका गेंदबाजी औसत लगभग 37.74 रन प्रति विकेट है. अगर पाकिस्तान में पहले जैसे सपाट ट्रैक पर ये इवेंट होता है, तो वे अपनी दमदार बल्लेबाजी से टूर्नामेंट में फायदा उठा सकते हैं.