IND vs ENG: पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स की जो रूट को नसीहत, कहा- `बैजबॉल नहीं, रूट को..`
AB de Villiers On Joe Root: डिविलियर्स ने जो रूट की बल्लेबाजी क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अपनी ताकत के मुताबिक खेलने पर जोर देना चाहिए. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि रूट जैसे बल्लेबाजों को अपना नेचुरल खेल खेलना चाहिए.
AB de Villiers On Joe Root: भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड टीम अब तक पूरी तरह से फ्लॉप रही है. हैदराबाद टेस्ट में जीत के साथ शुरुआत करने वाली मेहमान टीम को लगातार दो मुकाबलों में हार का समना करना पड़ा है. राजकोट में खेले गए तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड टीम को 434 रनों से करारी झेलने पड़ी. इस हार के बाद बेन स्टोक्स की अगुआई वाली टीम को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. खास कर इंग्लैंड के बल्लेबाजों की जमकर फजीहत हुई है.
टीम के कई अनुभवी बल्लेबाज इस सीरीज में अपने नाम के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाए हैं. स्टार बल्लेबाज जो रूट का बल्ला इस सीरीज में खामोश रहा है. उन्होंने तीनों मैचों में सिर्फ 77 रन बनाए हैं. इस तरह की प्रदर्शन के बाद रूट पर भी टीका-टीप्पणी शुरू हो गया है. इसी बीच साउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने जो रूट के संघर्ष और टीम के विवादास्पद 'बैज़बॉल' नजरिए पर अपनी बात रखी है.
डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर रूट के अपने नेचुरल गेम नहीं खेलने की वजह चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इस सीरीज के दौरान तेजी से रन बनाने के चक्कर में रूट कई बार गलत शॉट खेलकर आउट हुए हैं. इसका सबसे बड़ा मिसाल है तीसरे टेस्ट में रूट का रिवर्स स्कूप, जिसकी वजह से वह अपना विकेट गंवा बैठे. उन्होंने इस तरह की बल्लेबजी शैली के लिए टीम के आक्रामक 'बैज़बॉल' दृष्टिकोण को जिम्मेदार ठहराया.
डिविलियर्स ने कहा, "जो रूट उन महान टेस्ट बल्लेबाजों में से एक है, जिनके खिलाफ मैंने खेला है. लेकिन अब यह बदल गया है और इसकी वजह बैज़बॉल है. मुझे पता है कि यह एक बड़ा बयान है, लेकिन यह सच है. वह रिवर्स स्वीप पर आउट हो रहे हैं और अपने नेचुरल गेम से भटक रहे हैं."
डिविलियर्स ने जो रूट की बल्लेबाजी क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें अपनी ताकत के मुताबिक खेलने पर जोर देना चाहिए. उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि रूट जैसे बल्लेबाजों को अपना नेचुरल खेल खेलना चाहिए. उन्हें पारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि बाकी दूसरे बल्लेबाज आक्रामक अंदाज में खेल सके.