Kerala News: केरल CPI-M ने शुक्रवार को कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस IUML यानी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को बंधक बना लिया है. जिसकी वजह से गठबंधन वाली और पार्टियां गठबंधन से दूर जा रही है.  


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CPI-M नेता और वाम मोर्चा के कोऑर्डिनेटर ई.पी. जयराजन ( E.P. Jayrajan ) ने कहा कि उन्हें संदेह है कि भविष्य में IUML कांग्रेस अलायंस में हिस्सेदार नहीं बनेगी. उन्होंने कहा, "आईयूएमएल धीरे-धीरे कांग्रेस के लीडरशिप वाले यूडीएफ से दूर जा रही है, क्योंकि कांग्रेस उन्हें ( IUML ) बंधक के रूप में रखने की कोशिश कर रही है. IUML भी कांग्रेस से खुश नहीं है. दोनों पार्टियों में पहले जैसी गर्मजोशी नहीं रही है.


CPI-M  पिछले कुछ वक्त से IUML को लुभाने की कोशिश कर रही है.जिसकी वजह से IUML दबाव में आ गई है. वहीं CPI-M [ Communist Party of India (Marxist) ] ने उन्हें फलस्तीन के सपोर्ट में एक रैली में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है. ये रैली इसी महीने के आखिरी में कोझिकोड में होना तय है. 


फलस्तीन के सपोर्ट में होने वाली रैली में हिस्सा नहीं लेंगे IUML 
हालांकि, IUML भी दबाव में आ गई जब उनका एक गुट इस रैली में शामिल होना चाहता था, लेकिन जब IUML ने फलस्तीन के सपोर्ट में होने वाली रैली में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद कांग्रेस ने भी राहत की सांस ली है.


अपोजिशन के नेता वी.डी. सतीशन ने कहा कि CPI-M इस बात से परेशान है कि IUML ने दो इनविटेशन ठुकरा दिया है. उन्होंने कहा, "यह स्वाभाविक है कि सीपीआई-एम परेशान है और उनकी ऐसी टिप्पणियां बहुत आश्चर्यजनक है".


IUML ने असेंबली इलेक्श में किया बेहतर प्रदर्शन 
साल 2021 के असेंबली इलेक्श में IUML पार्टी 25 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.  जिसमें आईयूएमएल ने 15 सीटें जीतीं. IUML ने इस इलेक्श में 8.27 फीसदी वोट हासिल किया. IUML CPI-M, कांग्रेस और BJP के बादचौथे स्थान पर थी.


वहीं लोकसभा इलेक्शन में  20 सीटों में से दो सीटों पर IUML के कैंडिडेट्स इलेक्शन लड़ते हैं. जिसमें से पिछले 2019 के लोकसभा इलेक्शन में दोनों सीटें जीतीं.