Khaleel Ahmed Emotional: दिल्ली कैपिटल के बाएं हाथ के बल्लेबाज खलील अहमद को आज कौन नहीं जानता है. लेकिन उन्होंने इस मुकाम को हासिल करने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. हाल ही में आकाश चोपड़ा  को जियो सिनेमा में दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि उनके पिता (खलील अहमद के पिता) को उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था. वे उन्हें बेल्ट से पीटा करते थे. पिटाई इतनी शदीद होती थी उनके शरीर पर जख्म हो जाते थे. जिसके बाद रात में उनकी बहनें उन्हें मरहम लगाती थीं.


खलील अहमद ने क्या कहा?


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खलील अहमद ने बताया कि उनकी तीन बड़ी बहनें हैं, और उनके पिता टोंक जिले में एक अस्पताल में कंपाउंडर थे. उन्हें बचपन से ही खेलने का खूब शौक था. खलील के पिता जब अस्पताल जाते तो घर के सभी जरूरी कामों की जिम्मेदारी उनपर आ जाती. लेकिन खेलने के चक्कर में काम अधूरा रह जाया करता था.


अब भी हैं शरीर पर निशान


खलील ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनके वालिदा यानी मां पिता से शिकायत करती थीं. जिसके बाद मुझसे सवाल होते और पूछा जाता कि कहां थे? मैं अकसर ग्राउंड में हुआ करता था. मैं कोई काम नहीं करता था और ना ही पढ़ाई करता था, तो वह मुझे बेल्ट से पीटते थे. इस वजह से मेरे शरीर पर निशान पड़ जाते थे. मेरी बहन उन निशानों पर मरहम लगाती थीं, और आज भी मेरे शरीर पर वह निशान हैं.


खलील अहमद के पिता क्या चाहते थे?


खलील ने बताया- मेरे पिता कंपाउंडर थे और वह चाहते थे मैं मेडिकल फील्ड में कुछ करूं. वह मुझे डॉक्टर बनाना चाहते थे. वह सिर्फ ये सुनिश्चित करना चाहते थे कि मुझे भविष्य में किसी मुश्किल हालात का सामना ना करना पड़े. इसके अलावा खलील ने बताया कि रोज ऐसा भी आया जब वह उन्हें सपोर्ट करने लगे.


खलील ने बताया कि जब उनका क्रिकेट में नाम होना शुरू हो गया तो उनके पिता ने उन्हें सपोर्ट करना शुरू कर दिया. खलील ने बताय कि उनके पिता ने उनसे एक दिन कहा कि अगर वह इस चीज में असफल होते हैं तो वह अपनी पेंशन से उसका पूरा खर्च उठा लेंगे. खलील बताते हैं बदलाव तब हुआ जब उन्हें  U14 में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया. उन्होंने चार मैचों में 21 विकेट लिए और ये अखबारों में भी छपा इसके बाद वह भावनात्मक रूप से जुड़ गए.