Azharuddin summoned by ED: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता अजहरुद्दीन को ईडी ने तलब किया है. उन पर हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. अजहरुद्दीन पर अपने कार्यकाल के दौरान धन की हेराफेरी करने का आरोप है. कांग्रेस नेता को जारी किया गया यह पहला समन है, जिसके तहत उन्हें गुरुवार को ED के सामने पेश होना है.


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क्या है पूरा मामला
यह मामला हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, अग्निशमन प्रणाली और छतरियों की खरीद के लिए आवंटित 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से संबंधित है. यह पहली बार है जब कांग्रेस नेता को जांच एजेंसी ने तलब किया है, जिसमें जांच के तहत वित्तीय लेनदेन में उनकी भूमिका को स्पष्ट करने के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.


पिछले साल दर्ज हुआ था मुकदमा
गौरतलब है कि नवंबर 2023 में, ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत तेलंगाना में नौ स्थानों पर तलाशी ली थी. यह तलाशी गद्दाम विनोद, शिवलाल यादव और अरशद अयूब के आवासों पर की गई, जो पहले हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं. एसएस कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय परिसर और इसके एमडी सत्यनारायण के आवासीय परिसर में भी तलाशी ली गई.


तलाशी के दौरान इन चीजों को किया गया था जब्त
तलाशी के दौरान डिजिटल डिवाइस, आपत्तिजनक दस्तावेज और ₹10.39 लाख की बेहिसाबी नकदी बरामद और जब्त की गई. गद्दाम विनोद के एक परिसर की तलाशी से पता चला कि इसका इस्तेमाल उनके भाई गद्दाम विवेकानंद, पूर्व सांसद के स्वामित्व वाली/नियंत्रित कई कंपनियों के कार्यालय के रूप में किया जा रहा था. ईडी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी), हैदराबाद द्वारा दर्ज तीन एफआईआर और हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के 20 करोड़ रुपये के धन के आपराधिक दुरुपयोग से संबंधित एसीबी द्वारा दायर संबंधित आरोप पत्रों के आधार पर जांच शुरू की.