Pakistan Cricket Team: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने टी20 वर्ल्ड कप से पहले साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज गैरी कर्स्टन को सीमित ओवरों के दोनों प्रारूप में हेड कोच नियुक्त किया है. पीसीबी ने ऑस्ट्रेलियाई पेसर जेसन गिलेस्पी को टेस्ट कोच के रूप में घोषित किया है. पाकिस्तान के कोचों के इतिहास को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि कर्स्टन और गिलेस्पी कितने वक्त तक टिके रहते हैं. 


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पाकिस्तान क्रिकेट का पिछले 32 सालों का रिकॉर्ड देखें तो पीसीबी साल 1992 के बाद से अपने मुख्य कोच को 27 बार बदल चुका है. वहीं, पाकिस्तान ने साल 2019 वर्ल्ड के बाद से 6 कोच को बदल दिया है, लेकिन इसके बाद भी टीम की सूरत-ए-हाल में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
 
इमरान खान की अगुआई में साल 1992 वर्ल्ड कप जीतने के बाद पाकिस्तान का आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट में प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं रहा है. हालांकि, पाकिस्तान ने साल 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर जरूर कब्जा जमाया था.


आइए 2019 वर्ल्ड कप के बाद पाकिस्तान के कोचों पर एक नजर डालते हैं:-


1.मिस्बाह-उल-हक: (2019–2021)
2.सकलैन मुश्ताक: (2021–2023)
3.अब्दुल रहमान: (2023)
4.ग्रांट ब्रैडबर्न: (2023)
7.मोहम्मद हफीज: (2023-2024)
6.अज़हर महमूद: (2024)


मिस्बाह-उल-हक (2019-2021)
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह-उल-हक ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 2019 से 2021 तक पाकिस्तान के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली.  हक की नियुक्ति मिकी आर्थर की जगह हुई थी. आर्थर के कोच रहते हुए  पाकिस्तान 2019 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में काफी खराब प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्होंने काफी आलोचनाएं झलने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. 


मिस्बाह-उल-हक की कोचिंग में भी पाकिस्तान क्रिकेट की हालत जस का तस रहा. आखिरकार ने कई सवालों के बीच हेड कोच की जिम्मेदारी को छोड़ दिया. इसके बाद स्टार गेंदबाज सकलैन मुश्ताक ने इस जिम्मेजदारी को संभाला. 


सकलैन मुश्ताक (2021-2023)
महान स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने पाकिस्तान के कोच का पद संभालते ही टीम में एक नई उर्जा दी, उनके कोचिंग में पाकिस्तान ने बिना गलती किए T20 फॉर्मेट अच्छा प्रदर्शन दिखाया. इसके अलावा साल 2021 और 2022 में ICC T20 टूर्नामेंट में भी शानदार प्रदर्शन किया, दोनों बार टीम नॉकआउट चरण तक सफर तय किया.


हालांकि, मुश्ताक को सबसे चुनौतीपूर्ण समय का सामना करना पड़ा जब उनके कोचिंग में टीम ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में काफी खराब प्रदर्शन किया.  ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से घरेलू टेस्ट सीरीज हारने के बाद पाक टीम साल 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे. टीम के इस प्रदर्शन के बाद सकलैन पर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे. आखिरकार से पीसीबी ने फैसला लेते हुए उन्हें पद से मुक्त कर दिया.


अब्दुल रहमान (2023)
2023 में मुश्ताक के जाने के बाद अब्दुल रहमान को पाकिस्तान की अफगानिस्तान T20I सीरीज के लिए अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया गया था. लेकिन पीसीबी ने अपने इतिहास को बरकरार रखते हुए इसे भी बलि का बकरा बनाया.
 
पाकिस्तान के अलग-अलग घरेलू टीमों को एक दशक से ज्यादा कोचिंग देने के अनुभव के बावजूद भी अंतरिम मुख्य कोच के रूप में रहमान कार्यकाल भी निराशाजनक में समाप्त हुआ. पाकिस्तान उनके नेतृत्व में अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज 2-1 से हार गया था.


ग्रांट ब्रैडबर्न (2023)
अंतरिम मुख्य कोच अब्दुल रहमान के बाद पीसीबी साल 2023 ने ग्रांट ब्रैडबर्न को कोच नियुक्त किया. लेकिन उनके कार्यकाल में पाकिस्तान क्रिकेट ने सफेद गेंद प्रारूप के प्रदर्शन में काफी गिरावट देखी. पाक टीम ब्रैडबर्न के कार्यकाल के दौरान टी20 और वनडे फॉर्मेट के टूर्नामेंटों में प्रभाव छोड़ने में विफल रहे. यही कारण है कि पीसीबी ने उन्हें पद से हटा दिया. 


मोहम्मद हफीज (2023-24)
भारत में 2023 में हुए 50 ओवर के वर्ल्ड कप के बाद पाकिस्तान ने साल 2023 में एक और बदलाव करते हुए पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज को इस उम्मीद के साथ नियुक्त किया कि वह एक कोच के रूप में भी अपना जादू उसी तरह चलाएंगे जैसे उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में किया था. लेकिन हफीज के पद संभालने के बाद भी कुछ नहीं बदला.


अज़हर महमूद (2024)
मोहम्मद हफीज को बाहर करने बाद पीसीबी ने पूर्व गेंदबाज अज़हर महमूद अंतरिम कोच बनाया और उन्हें घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की T20I सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम को ट्रेन करने का अवसर दिया.लेकिन यहां भी पाकिस्तान कीवीज़ के खिलाफ प्रभाव छोड़ने में असफल रहा और सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करने में सफल रहा.