PAK vs ENG: पाकिस्तानी क्रिकेट और उनके फैंस के चेहरे पर आखिरकार वर्षों बाद चेहरे पर खुशी लौट आई है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम लगातार खराब प्रदर्शन के चलते आलोचकों के निशाने पर थे. हालांकि, अब अपने घरेलू मैदान पर पाकिस्तान ने  इंग्लैंड को तीनों मैचों की सीरीज में 2-1 से हराकर न सिर्फ सीरीज पर कब्जा किया बल्कि 4 साल के सूखे को खत्म कर दिया. पाकिस्तान टीम अपने घर पर चार साल बाद कोई टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब हुई.   


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पाकिस्तान के लिए सीरीज ये काफी अहम भी थी. सीरीज के पहले मैच में पिछड़ने के बाद पाकिस्तानी टीम ने एक हैरान करने वाला फैसला लिया और टीम दो मुख्य खिलाड़ी बाबर आजम और तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को अगले दोनों मैचों से ड्रॉप कर दिया और स्पिनर्स के साथ खेलने का फैसला किया. 


पाकिस्तानी कप्तान शान मसूद ने इस सीरीज को जीतने के लिए दोनों खिलाड़ियों को ड्रॉप कर इस सीरीज को नाक लड़ाई बना दी.  मसूद का ये अनोखा फैसला सही साबिक हुआ. रावलपिंडी में खेले गए आखिरी व  डिसाइडर टेस्ट मैच में पाकिस्तान ने ऐसा कुछ किया जो इससे पहले उनके टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी भी देखने को नहीं मिला था.


पाकिस्तान ने अपने टेस्ट इतिहास में पहली बार किया ऐसा
अपनी मजबूत तेज आक्रमण के लिए मशहूर पाकिस्तान टीम ने इस मैच में स्पिनर्स के बलबूते मेहमान टीम इंग्लैंड 9 विकेट से हराकर टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया. खास बात यह है कि इस मैच में पाकिस्तानी स्पिनर्स ने इंग्लैंड के 20 के 20 विकेट चटकाए. इस दौरान कप्तान मसूद ने सबको हैरान करते हुए एक भी तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी नहीं करवाई. यानी पाकिस्तान टीम जहां इस सीरीज के पहले मैच तक तेज गेंदबाजों के बिना पारी की शुरुआत नहीं करती थी इस सीरीज को जीतने के लिए  इस मैच में पाकिस्तान ने सिर्फ स्पिनर्स का ही इस्तेमाल किया. 


बता दें, पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में यब पहली बार हुआ है, जब किसी टेस्ट मैच में उन्होंने एक भी तेज गेंदबाज से ओवर नहीं फेंकवाया हो. हालांकि, पाकिस्तान का ये फैसला सही साबित हुआ और अपने हार के सिलसिले तोड़ने में कामयाब रही.


स्पिनर्स ने रचा इतिहास
इस मुकाबाले में दोनों टीमों के स्पिनर्स ने जबरदस्त गेंदबाजी की. दोनों टीमों के गेंदबाजों ने  मिलकर इस सीरीज में टोटल 73 विकेट चटकाए, जो टेस्ट क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड है. क्योंकि इससे पहले पाकिस्तान के सरजमीं पर  किसी भी एक टेस्ट सीरीज में स्पिनर्स ने इतने विकेट नहीं लिए थे. हालांकि, इससे पहले साल 1969/70 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज में स्पिनर्स ने कुल 71 विकेट जरूर चटकाए थे.


स्पनिर्स का रहा बोलबाला
पाकिस्तानी स्पिनर्स साजिद खान और नोमान अली ने इस सीरीज में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया,जो पाकिस्तान की जीत के सबसे बडे़ हीरो भी हैं. इन दोनों गेंदबाज सीरीज के पहले मैच में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे, बावजूद सीरीज में उनके नाम सबसे ज्यादा विकेट रहे.


नोमान अली ने इस सीरीज के आखिरी दोनों मैचों में टोटल 20 विकेट चटकाए. इतना ही नहीं वह मौजूदा सीरीज में  सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में टॉप पर रहे. वहीं, साजिद खान ने 2 मुकाबलों की चारों  पारियों में इंग्लैंड के कुल 19  बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा. वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहे. इसके अलावा इंग्लैंड के जैक लीच 16 विकेट लेकर  इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे.