T20 World Cup 2024: आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के छह महीने बाद भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2024 में हिस्सा लेने के लिए पूरी तैयारियों के साथ मेजबान देश पहुंच गए हैं.  टीम इंडिया के प्रशंसक इसबार इस उम्मीद में मेगा इवेंट में अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि रोहित एंड कंपनी भारत के 11 साल के आईसीसी ट्रॉफी सूखे को खत्म कर सकती है.


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साउथ अफ्रीका की मेजबानी साल 2007 में टूर्नामेंट का उद्घाटन सेशन खेला गया था. आइए तब से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले मौजूदा टूर्नामेंट के नौवें संस्करण तक भारत की 17 सालों की यात्रा पर एक नजर डालते हैं:


टी20 वर्ल्ड कप 2007  
भारत ने टी20 वर्ल्ड कप के उद्दघाटन सेशन में विजेता बनकर इतिहास रच दिया था. भारत ने पाकिस्तान पर फाइनल में गौतम गंभीर की शानदार पारी की बदौलत जीत दर्ज कर ऐतिहासिक ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इस मुकाबले में गंभीर के 75 रनों की पारी खेली थी, जबकि रोहित शर्मा ने भी फाइनल में 30 रनों की तेज तर्रार पारी खेली थी.इन दोनों के पारियों की बदौलत भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 157 का स्कोर खड़ा किया.


इसके जवाब में पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट खोए.  भारत को अंतिम पांच गेंदों में 12 रनों का बचाव करना था और  केवल एक विकेट शेष था. जोगिंदर शर्मा द्वारा फेंके गए ओवर की दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ दिया और ऐसा लगा कि खेल खत्म हो गया है, लेकिन अगली ही गेंद पर गेंद को फाइन लेग के ऊपर से स्कूप करने की कोशिश में श्रीसंत ने आसान कैच लपका और भारत की जीत पक्की कर दी.


नॉकआउट में पहुंचने के लिए संघर्ष करती है टीम इंडिया 
अब तक खेले गए टूर्नामेंट के आठ संस्करणों में टीम इंडिया चार बार नॉकआउट में जगह बनाने में असफल रही है. डिफेंडिंग चैंपियन भारत ने 2009 के टूर्नामेंट में बड़ी उम्मीदों के साथ एंट्री किया था. अपने ग्रुप में टॉप पर रहने के बाद उन्हें इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के सामने हार से संतुष्ट करना पड़ा.  इन तीनों से हारने के बाद मेन इन ब्लू सबसे नीचले पायदान पर रहे .


वहीं, अगले साल 2010  में भी भारत का संघर्ष जारी रहा क्योंकि सुपर आठ में उन्हें मेजबान वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका का सामना करना पड़ा और एक बार फिर वह जीत दर्ज करने में असफल रहे. इस तरह भारत लगातार दो बार सुपर-8 से बाहर हो गए.


टी20 वर्ल्ड कप 2012
टी20 वर्ल्ड कप 2012  में भारत के लिए भी खराब था.मेजबान श्रीलंका के साथ उपमहाद्वीप में खेलते हुए भारत ने सुपर-8 में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान का सामना किया. मेन इन ब्लू ने क्रमशः साउथ अफ्रीका और पाक के खिलाफ जीत दर्ज कीं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ विकेट से करारी हार मिलने के कारण टीम इंडिया सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गए. इस तरह से भारत लगातार तीसरी बार टूर्नामेंट से बाहर हो गए. 


टी20 वर्ल्ड कप 2021
टी20 वर्ल्ड कप 2021 सेशन में भारत का टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन था. टीम न केवल पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वर्ल्ड कप मैच हार गई, बल्कि ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड से भी हार गई. जिसके परिणामस्वरूप टीम पहले दौर में ही बाहर हो गई.


टी20 वर्ल्ड कप 2014
यह सेशन विराट कोहली का पहला आईसीसी टूर्नामेंट था, जिसमें उन्होंने अपनी कौशल और पूरी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए 319 रन बनाए, जिसमें श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में बनाए गए 77 रन भी शामिल थे. लेकिन उनका ये प्रदर्शन बेकार गया, क्योंकि भारत सिर्फ 130 रन का स्कोर ही बना सका. इसके जवाब में श्रीलंका ने लक्ष्य का पीछा 18 ओवर में ही कर लिया. छह पारियों में कोहली के द्वारा बनाए 319 रन अभी भी एक संस्करण में किसी खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन हैं.


टी20 वर्ल्ड कप 2016
वर्ल्ड कप 2016 में भारत का प्रदर्शन पिछले दो सेशन से अच्छा रहा था. न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर-10 चरण का अपना पहला गेम हारने के बावजूद मेजबान भारत ने अपने अगले तीन मैचों में पाकिस्तान, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल की और सेमीफाइनल में जगह पक्की की. हालांकि, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज से हार मिली थी.


टी20 वर्ल्ड कप 2022
यह सेशन भी भारत के लिए बहतर रहा. टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में एडिलेड में भारत और इंग्लैंड का आमना-सामना हुआ. विराट कोहली के अर्धशतक और हार्दिक पंड्या की 33 गेंदों पर 63 रनों की तूफानी पारी ने टीम को पहली पारी में 168 रनों तक पहुंचाया. लेकिन भारत के लिए जोस बटलर और एलेक्स हेल्स काल बने. उस रात दोनों इनफॉर्म बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और इंग्लैंड को 10 विकेट से आसान जीत दिलाने में मदद की.


विराट कोहली का दबदबा बरकार
विराट कोहली ने टूर्नामेंट के 2012 सेशन में टी20 वर्ल्ड कप में पदार्पण किया और उसके बाद उन्होंने जो किया इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया.  उन्होंने अब तक खेले गए पांच संस्करणों के 25 पारियों में 81.5 की औसत और 131.3 की स्ट्राइक रेट से 1141 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 14 अर्धशतक बनाए हैं, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा कोहली टी20 वर्ल्ड कप में दो बार "प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट" का पुरस्कार जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी भी हैं.