Badlapur Encounter Upadate: बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे के पिता ने आज यानी 24 सितंबर को  बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शिंदे के पिता ने अपने बेटे की मौत की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग की है, जिसके बारे में उनका दावा है कि उसे "फर्जी मुठभेड़" में मारा गया.


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इस मामले में पूछताछ के लिए ले जा रही थी पुलिस
पुलिस के मुताबिक, 23 साल शिंदे को ठाणे अपराध शाखा तलोजा सेंट्रल जेल से पूछताछ के लिए ले जा रही थी, ताकि उसकी अलग रह रही दूसरी बीवी द्वारा उसके खिलाफ दर्ज कराए गए मामले के संबंध में पूछताछ की जा सके. शिंदे पर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध) के तहत मामला दर्ज किया गया था. 


आरोपी के सिर में लगी थी गोली
पुलिस के मुताबिक, जब उसे ले जा रहा वाहन मुंब्रा बाईपास पर पहुंचा, तो शिंदे ने कथित तौर पर सहायक पुलिस निरीक्षक नीलेश मोरे की पिस्तौल छीन ली और उस पर तीन गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली अधिकारी की जांघ में लगी. सीनियर निरीक्षक संजय शिंदे ने आरोपी पर एक गोली चलाई, जो उसके सिर में लगी, अक्षय शिंदे को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. 


मां ने एनकाउंटर को बताया फर्जी
ठाणे पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी शैलेश साल्वी ने एएनआई को बताया, "आरोपी को तलोजा सेंट्रल जेल से लाया जा रहा था, तभी उसने पुलिस पर रिवॉल्वर से गोली चला दी. मामले की जांच जारी है." वहीं, शिंदे की मां और चाचा ने आरोप लगाया कि यह पुलिस और बदलापुर स्कूल के प्रबंधन की साजिश है. विपक्ष ने बदलापुर के आरोपी की मुठभेड़ पर सवाल उठाए पुलिस मुठभेड़ में अक्षय शिंदे की मौत के बाद सत्तारूढ़ महायुति सरकार और विपक्षी महा विकास अघाड़ी के बीच राजनीतिक वाकयुद्ध शुरू हो गया है.