नहीं रही गुजरात की `निर्भया`, 8 दिनों तक मौत से लड़ते-लड़ते अस्पताल में तोड़ा दम!
Gujarat Rape Case: गुजरात के भरूच जिले के झगड़िया में एक 10 साल की बच्ची के साथ विजय पासवान नाम के शख्स ने रेप करने के बाद उसे मारने की कोशिश की, लेकिन बच्ची उस वक्त जिंदा थी, जख्मी हालत में बच्ची को अस्पताल में दाखिल कराया जाता है, लेकिन 8 दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद उसकी मौत हो जाती है.
Gujarat Rape Case: 16 दिसंबर 2024 को विजय पासवान नाम के एक दरिंदे ने गुजरात की 10 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप करने के साथ-साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी. उस शख्स ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स में लोहे की रॉड डाल दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी. मासूम बच्ची को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जाता है लेकिन 8 दिनों तक मौत से जंग लड़ते-लड़ते आखिरकार बच्ची अस्पताल की बेड पर ही दम तोड़ देती है.
लोगों को याद आई 2012 की निर्भया
पुलिस के मुताबिक विजय पासवान ने बच्ची के साथ दो बार रेप की घटना को अंजाम दिया. और फिर उसके साथ हैवानियत की सारी हदों को पार कर दिया. बच्ची के साथ इस घटना के बाद एक बार फिर लोगों को साल 2012 की निर्भया याद आ गई. बच्ची के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राइवेट पार्ट्स में लोहे की वजह से बच्ची के शरीर में संक्रमण फैल गया था. जिसकी वजह से उसकी सर्जरी करनी पड़ी. लेकिन डॉक्टरों की लाख कोशिशों के बावजूद बच्ची को बचाया नहीं जा सका.
बच्चियों की सुरक्षा पर फिर से सवाल
इस घटना से एक बार फिर लोग बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए प्रशासन और सरकार पर जोर दे रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि किसी भी शख्स के अंदर इतनी हैवानियत क्यों बढ़ जाती है कि वह 10 साल की मासूम बच्ची के साथ जानवरों से भी बदत्तर सलूक कर बैठता है. साल 2012 में भी निर्भया के साथ इसी तरह बस में चार लोगों ने रेप करके उसे सड़क पर मरने के लिए छोड़ दिया था.
आरोपी गिरफ्तार लेकिन...
गुजरात पुलिस ने इस मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी विजय पासवान को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तरह केस दर्ज किया है. बच्ची के परिवार को गुजरात सरकार ने आर्थिक मदद भी प्रदान किया है. इस घटना के बाद एक बार फिर से बच्चियों और लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं.