Madrasa Jamia Habibia News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में मौजूद मदरसा जामिया हबीबिया के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल समेत चार मुल्जिमों पर नकली नोट बनाने के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. आज यानी 24 सिबंतर को चारों आरोपी पुलिस कस्टडी में है, जहां पुलिस ने सभी से नक़ली नोट बनाने की ट्रेनिंग और नकली नोटी की सप्लाई को लेकर पूछताछ की. जिसके बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.


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पुलिस तलाश रही है इन सवालों के जवाब 
सिविल लाइंस पुलिस ने सुबह करीब नौ बजे मौलवी तफसीरुल और जहीर समेत दो दूसरे आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लिया है. पुलिस टीम सभी से पूछताछ करने में जुटी है. पुलिस आरोपियों से नकली नोटों से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की है. इसके साथ ही पुलिस आरोपियों से मदरसे से बरामद आरएसएस और हिंदुओं के खिलाफ साहित्य के बारे में भी पूछताछ की है. 


इसके अलावा पुलिस टीम गिरफ्तार आरोपियों से मदरसे की बेसिक शिक्षा के अलावा पूर्व में बरामद सामग्री पर भी गहनता से पूछताछ कर रही है. कस्टडी रिमांड की अवधि शाम चार बजे खत्मस हो गई थी, जिसके बाद आरोपियों को मेडिकल के बाद जेल भेज दिया गया है.


क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि मदरसा जामिया हबीबिया के प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल समेत चार लोगों को सिविल लाइंस पुलिस ने 28 अगस्त को नकली नोट बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1 लाख 30 हजार के नकली नोट बरामद किए थे. मदरसा जामिया हबीबिया के कमरे से प्रिंटर, स्कैनर और नोट छापने में इस्तेमाल होने वाली दूसरे सामग्री बरामद की गई थी.


7 घंटे के लिए पूछताछ
जांच के दौरान पुलिस टीम को प्रिंसिपल तफसीरुल के कमरे से हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ साहित्य समेत कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई. जिसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी. कोर्ट ने पुलिस की अर्जी मंजूर करते हुए आरोपी को 7 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी में सौंपने का आदेश दिया.


आज यानी 24 सितंबर को 9 बजे पुलिस टीम ने नैनी जेल से आरोपियों को अपनी हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस टीम नकली नोट बनाने के मामले में आरोपियों से कई अहम सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेगी.