रेखा और हेमा मालिनी की तरह अभिनेत्री अदिति शर्मा को भी इस वजह से सीखना पड़ी उर्दू
कभी बॉलीवुड अदाकारा रेखा को `उमराव जान’ और `रजिया सुलतान’ के लिए हेमा मालिनी को उर्दू सीखनी पड़ी थी, ठीक वैसे ही अभिनेत्री अदिति शर्मा को `रब्ब से है दुआ’ के लिए उर्दू सीखनी पड़ी है. उन्होंने शेयर किया है कि कैसे उर्दू के मुश्किल अल्फाज के उच्चारण के लिए दोस्तों ने उनकी मदद की है.
मुंबईः ऐसा कहा जाता है कि बॉलीवुड से अगर उर्दू जुबान को निकाल दिया जाए, तो बॉलीवुड की चमक फिकी पड़ जाएगी और वह एक बेवा औरत के मांनिंद हो जाएगा. यानी बालीवुड फिल्मों के गीत और संवाद उर्दू भाषा के बगैर अधूरे-से हो जाएंगे. अगर, अतिशयोक्ति न हो तो ये कहना भी ठीक रहेगा कि उर्दू के बिना किसी फिल्म के गीत और संवाद की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. उर्दू में अपनी संवाद की अदायगी करने वाले कलाकार भी दर्शकों के बीच खास इज्जत पाते हैं. यही वजह है कि बॉलीवुड में काम करने वाले तमाम कलाकार इस भाषा को सीखना चाहते हैं. कभी 'उमरावं-ओ जान’ के लिए रेख तो कभी 'रजिया सुल्तान’ के लिए हेमा मालिनी को भी उर्दू सीखनी पड़ी थी.
अदिति निभा रही हैं एक मुस्लिम महिला का किरदार
अभी हाल ही में ’कलीरें’ की अभिनेत्री अदिति शर्मा ने भी खुलासा किया है कि टीवी शो 'रब्ब से है दुआ’ में दुआ का किरदार निभाने के लिए उर्दू के अल्फाज के सही उच्चारण करना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण टास्क साबित हो रहा था. लेकिन दोस्तों की मदद से उन्होंने इस चुनौती का पार कर लिसा है. अदिति ने कहा, “मैं हकीकत में उर्दू भाषा की फैन हूं क्योंकि यह बहुत सम्मानजनक और कोमल लगता है. मुझे उर्दू बहुत आकर्षक और उत्तम दर्जे की जुबान लगती है.’’ अदिति ने कहा, "मैं दिल्ली से हूं, जिस तरह से मैं हिंदी बोलती हूं, वह बहुत अलग है. उर्दू उससे काफी अलग हैं. उसके उच्चरण हिंदी से काफी अलग होते हैं. ईमानदारी से कहूं तो 'दुआ’ के अपने किरदार को निभाने के लिए मैंने अपनी उर्दू को सही कर ली है, भले ही इसके लिए लिए बहुत सारा होमवर्क मुझे करना पड़ा."
दोस्तों ने की सही उच्चारण कराने में मदद
अदिति ने कहा, "एक किरदार की भावनाओं को समझना और उसे इस तरह चित्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि दर्शक उससे जुड़ाव महसूस करें. ऐसा करने के लिए एक कालाकार के लिए किरदार की भाषा को जानना बेहद जरूरी है.’’ इसलिए अदिति ने अपनी टीम और दोस्तों की मदद से इसे ठीक से सीखने पर ध्यान केंद्रित किया है. अदिति ने कहा, “ मेरी टीम के सदस्यों और मेरे कुछ दोस्तों ने मुझे नए शब्दों और उनके सही उच्चारण को सीखने में मदद की है. मुझे लगता है कि एक कलाकार के लिए यह वास्तव में बेहद जरूरी है कि वह दर्शकों को यकीन दिलाए और एक प्रामाणिक चरित्र पेश करे जो वे स्क्रीन पर चित्रित करते हैं. उर्दू सीखने की प्रक्रिया मेरे लिए वास्तव में मजेदार रही है, और मुझे उम्मीद है कि मैं अपने किरदार के साथ इंसाफ कर रही हूं."
एक मुस्लिम शख्स की दूसरी शादी की कहानी है 'रब्ब से है दुआ’ में
गौरतलब है कि 2017 में गुरु रंधावा के साथ एक संगीत वीडियो, 'तारे’ में अभिनय करने के बाद, अदिति ने 2018 में 'कलीरें’ के साथ अपने टीवी करियर की शुरुआत की थी, और 'नागिन 3’, 'ये जादू है जिन्न का’ में भी वह देखी गईं.उन्होंने 'क्रैश’ नाम के एक वेब सीरीज में भी काम किया है. अब, अदिति 'रब्ब से है दुआ’ शो में मुख्य लीड रोल निभा रही हैं, जो दुआ और हैदर की एक भावनात्मक प्रेम कहानी है, जिसे करणवीर ने निभाया है. यह दुआ पर केंद्रित है, जिसकी जिंदगी में तब तूफान मच जाता है जब उसके पति हैदर द्वारा दूसरी औरत से शादी करने की इच्छा जताई जाती है. ’रब्ब से है दुआ’ जी टीवी पर प्रसारित होता है.
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