इस्लाम धर्म स्वीकार कर पत्नी, बेटी और बेटा ने छोड़ा साथ; पति ने उठाया ये खतरनाक कदम
Forceful Conversion in Gujrat men held: मामला गुजरात के बनासकांठा जिले का हैं, जहां एक शख्स ने अपने घर के तीन लोगों के इस्लाम स्वीकार कर उसे छोड़ने के बाद हताशा में आकर आत्महत्या करने की कोशिश की. इस मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी, बेटी और बेटा को गुमराह करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
पालनपुरः गुजरात के बनासकांठा जिले के एक शख्स ने अपनी पत्नी और दो बच्चों के इस्लाम धर्म अपनाकर उसे छोड़ देने के फैसले की वजह से अवसाद में आकर कथित तौर पर खुदकुशी करने की कोशिश की है. पुलिस ने सोमवार को बताया कि पुलिस ने हरेश सोलंकी की पत्नी और बच्चों को इस्लाम कबूल करने के लिए कथित तौर पर ‘गुमराह’ करने और सोलंकी को खुदकुशी के लिए उकसाने के इल्जाम में सोहेल शेख नामक एक शख्स और उसके परिवार के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पालनपुर (पूर्व) पुलिस थाना के एक अफसर ने बताया कि दो आरोपियों को सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
शेख के परिवार को बताया इसके लिए जिम्मेदार
पुलिस के मुताबिक, बनासकांठा के दीसा तालुका के मलगढ़ गांव के रहने वाले सोलंकी ने कथित तौर पर जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की थी. पुलिस ने कहा कि सोलंकी का पालनपुर शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. इतवार की शाम पालनपुर (पूर्व) पुलिस थाना में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, सोलंकी के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने कहा है कि शेख के परिवार के सदस्य उसकी इस हालत के लिए जिम्मेदार हैं, जिसने उसे आत्महत्या का कदम उठाने के लिए मजबूर किया है.
कॉलेज में एक मुस्लिम युवक के संपर्क में आई थी बेटी
सोलंकी के भाई राजेश ने आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने सोलंकी के परिवार के सदस्यों को इस्लाम धर्म कबूलने के लिए ‘‘गुमराह’’ किया. आरोपियों ने सोलंकी की पत्नी और बच्चों को गुजरात हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के तहत बयान देने को भी कहा है कि उन्होंने अपनी मर्जी से ऐसा किया और वे सोलंकी से अलग रहना चाहते हैं. शिकायत में कहा गया है कि सोलंकी की बेटी अपने कॉलेज में एजाज शेख नाम के एक शख्स के संपर्क में आई थी, और जब उसके परिजनों ने दोनों की दोस्ती का विरोध किया तो उसने उसके साथ रहने की जिद की.
25 लाख रुपये की मांग
शिकायत के मुताबिक, बाद में उसकी मां और भाई ने भी उसका साथ दिया और उन तीनों ने घर पर ही नमाज अदा की. जब संयुक्त परिवार के कुछ सदस्यों ने इसका विरोध किया तो सोलंकी की पत्नी, बेटी और बेटा घर छोड़कर शेख परिवार की मदद से अलग रहने लगे. जब सोलंकी ने शेख से बात की और अपनी पत्नी व बच्चों का पता लगाने की कोशिश की तो आरोपियों ने सोलंकी को उसके परिवार से मिलाने के बदले में 25 लाख रुपये की मांग की. शिकायत के मुताबिक, आरोपियों ने कथित तौर पर कहा था कि सोलंकी भी अगर अपना धर्म बदलकर इस्लाम स्वीकार कर ले तो वह अपने परिजनों के साथ रह सकेगा.
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