सेनेटरी पैड पर भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर से भड़का यह संगठन; `मासूम सवाल’ फिल्म की टीम के खिलाफ मुकदमा
`मासूम सवाल’ फिल्म के एक दृश्य में एक लड़की के हाथों में भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर वाले सेनेटरी पैड को फिल्म का पोस्टर बनाए जाने के खिलाफ फिल्म के निर्माता और पूरी टीम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
गाजियाबादः सेनेटरी पैड पर भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर (Picture of Lord Krishna ) के चलते हिंदी फिल्म ’मासूम सवाल’ (Masoom Sawal) विवादों में घिर गई है. उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद जिले की पुलिस ने फिल्म के निर्देशक संतोष उपाध्याय, उनकी कंपनी और फिल्म की पूरी टीम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
पुलिस के मुताबिक, हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना के सद्र अमित राठौर की शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है. साहिबाबाद के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) स्वतंत्र सिंह ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. शिकायतकर्ता ने इल्जाम लगाया कि फिल्म निर्माता ने महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सेनेटरी पैड पर भगवान कृष्ण की तस्वीर प्रकाशित की है, जो फिल्म के पोस्टर पर दिखाई दे रही है.
धार्मिक भावनाएं आहत होने का इल्जाम
अमित राठौर ने कहा कि फिल्म निर्माता के इस काम से ’सनातन धर्म’ को मानने वालों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है, जिससे उत्तर प्रदेश और पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं. प्राथमिकी में इल्जाम लगाया गया है कि आरोपी फिल्म निर्माता और उनकी टीम ने देशभर में बहुत ही सुनियोजित तरीके से सांप्रदायिक नफरत फैलाने की कोशिश की है.
सिनेमा हॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन की धमकी
शिकायतकर्ता ने बताया कि संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इसके खिलाफ साहिबाबाद और गाजियाबाद शहर के दो सिनेमा हॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. पुलिस ने उन सिनेमाघरों की सुरक्षा बढ़ा दी है, जहां ’मासूम सवाल’ दिखाई जा रही है. सीओ ने कहा कि गलती करने वाले शख्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी और अगर कोई शांति में बाधा डालने की कोशिश करता है, तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने दावा किया कि कानून- व्यवस्था हर हाल में बनाए रखी जाएगी.
क्या है ’मासूम सवाल’ में
गौरतलब है कि इस फिल्म की कहानी को कमलेश के मिश्रा ने लिखा है और संतोष उपाधयाय ने इसका निर्देशन किया है. इसमें कई नए कलाकारों को शामिल किया गया है. फिल्म की कहानी महिलाओं और लड़कियों को होने वाली माहवारी को लेकर फैले अंधविश्वास और सामाजिक वर्जनाओं पर चोट की गई है. इस फिल्म को काफी सराहना मिल रही है. फिल्म 5 अगस्त को सिनेमा घरों में रिलीज हो चुकी है.
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