मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव अब हमारे दरमियान मौजूद नहीं है. बुधवार की सुबह दिल्ली के एम्स में उन्होंने आख़िरी सांस ली. पूरी दुनिया को हंसाने वाला शख़्स सबको रोता छोड़कर चला गया और पीछे रह गईं सिर्फ उनकी बेहतरीन यादें. जिस तरह राजू श्रीवास्तव प्रतिभाशाली थे उसी तरह उनकी बेटी अंतरा श्रीवास्तव ने भी काफी शोहरत हासिल की. अंतरा श्रीवास्तव को साल 2006 में उस समय के राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने नेशनल ब्रेवरी अवॉर्ड से नवाज़ा था.


चोरों को पकड़ने में की मदद


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अंतरा श्रीवास्तव को नेशनल ब्रेवरी अवॉर्ड से महज़ 12 साल की उम्र में पुरस्कृत किया गया था. ये पुरस्कार दिए जाने के पीछे एक दिलचस्प किस्सा है, जिसे सुनकर कोई भी अंतरा की प्रशंसा किए बगैर नहीं रह सकता. दरअसल, अंतरा जब 12 साल की थीं तो उनके घर में चोर घुस आए. अंतरा ने घटना के बारे में बताते हुए कहा था कि चोरों के पास बंदूक थीं, लेकिन फिर भी हिम्मत दिखाते हुए वह बेडरूम में गईं और पिता और पुलिस को मदद के लिए बुलाया. अंतरा यही नहीं रूकी बल्कि इसके बाद उन्होंने अपने कमरे की खिड़की से बिल्डिंग के चौकीदार को आवाज दी. चौकीदार ने पुलिस की मदद से उनकी मां को चोरों से बचा लिया.


2066 में मिल चुका है वीरता पुरस्कार


अंतरा श्रीवास्तव को उनकी बहादुरी और हौसले के लिए वर्ष 2006 में नेशनल ब्रेवरी अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका हैं. देश के उस वक्त के राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अंतरा को सम्मानित किया था. इस क़िस्सें को बयान करते हुए अंतरा ने कहा था कि "उस दस मिनट की घटना ने मुझे पूरी तरह बदल दिया था".


फिल्म इंडस्ट्री से है अंतरा का रिश्ता


अंतरा श्रीवास्तव फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं और वो फ्लाइंग ड्रीम एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड में बतौर असिस्टेंट प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं. अंतरा ने  2013 में बतौर असिस्टेंट प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के तौर पर काम शुरू किया था. उनकी फिल्मों में 'फुल्लू', 'पलटन', 'द जॉब', 'पटाखा' और 'स्पीड डायल' के नाम शामिल हैं.


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