ज्यादा पानी पीना बिगाड़ सकता है किडनी की सेहत; इन उपायों से गुर्दे की बीमारी से रहेंगे दूर
Drinking too much water can spoil kidney health : जरूरत से ज्यादा पानी पीने से भी किडनी खराब हो सकती है, इसलिए पानी न ज्यादा पिएं न कम. इसकी रोजाना की खुराक अपनी प्यास और जरूरत के हिसाब से खुद तय करनी होगी.
नई दिल्लीः आपने बड़े बुजुर्गों और डॉक्टर्स को अक्सर ये नसीहत देते हुए सुना होगा कि खूब पानी पिया करो. ये बात कुछ हद तक सही भी है कि खूब पानी पीना चाहिए, लेकिन यह बात भी याद रखना होगी की जरूरत से ज्यादा पानी पीना किडनी को खराब कर सकता है. भारत में किडनी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसमें एक कारण जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी है.
बदल डालें ये दो आदतें
शरीर से सारे वेस्ट पदार्थ को निकालने का काम किडनी करती है. शरीर द्वारा अवशोषित किए गए पानी के अतिरिक्त पानी किडनी यूरिन के रुप में बाहर निकालने का काम करती है. लेकिन जरुरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी पर काम का बोझ बढ़ जाता है. इसी तरह जो लोग देर तक यूरिन को रोककर रखते हैं, वो भी किडनी पर अनावाश्यक बोझ डालते हैं. ये दोनों, वो आदते हैं जो भारत में किडनी के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी करने में अहम योगदान दे रही हैं.
देश में 80 लाख किडनी के मरीज
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, दुनिया में हर साल 17 लाख लोगों की जान किडनी की बीमारी की वजह से जा रही है. 2 करोड़ लोग किडनी की किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित हैं. भारत में तकरीबन 80 लाख लोग किडनी के मरीज हो चुके हैं. इसमें सबसे खराब बात यह है कि मरीजों को बीमारी का पता उस वक्त चलता है जब 60 से 70 प्रतिशत किडनी फंक्शन बंद हो जाता है. भारत में होने वाले कुल ट्रांसप्लांट ऑपरेशन में सबसे ज्यादा नंबर किडनी ट्रांसप्लांट का आता है.
किडनी की बीमारी के लक्षण
बिना वजह थका महसूस करना
लगातार जी मिचलाना, उल्टियां होना
एंग्जाइटी रहना
पेशाब कम आना
पैरों और टांगो में सूजन होना
वजन कम होना और भूख नहीं लगना
सांस ठीक से नहीं ले पाना
कितना पानी पिएं
एक औसत नियम ये है कि 8 से 10 ग्लास पानी रोजाना पीना चाहिए. यानी आम तौर पर एक दिन में दो लीटर पानी पीना चाहिए, लेकिन ज्यादा देर धूप में रहने वाले, शारीरिक श्रम करने वाले और खिलाड़ी को ज्यादा पानी की जरुरत होती है. कम पानी पीने से किडनी स्टोन, कब्ज़ और डीहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जबकि ज्यादा पानी पीने से भी कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए अब डॉक्टर सलाह देते हैं कि अपनी प्यास के मुताबिक पानी पिएं. यह सबसे सही पैमाना है. खाने खाने के बाद पानी न पीने का फॉर्मूला आयुर्वेद के सिद्दांतों पर आधारित है जबकि एलौपेथी के डॉक्टर इस नियम को लेकर एकमत नहीं है. उनके मुताबिक इंसान स्वयं अपनी जरुरत पहचान कर ये नियम बना सकता है.
किडनी को सेहतमंद रखने के लिए क्या करें
बीपी को काबू में रखें
मोटापे से दूर रहें
शराब और तंबाकू को न कहें
रोजाना कसरत करें
पानी न ज्यादा पिएं और न कम
पेशाब को देर तक न रोकें
पेनकिलर्स लेने से बचें
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