How to Manage Stress: स्ट्रेस एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से लोगों को तरह-तरह की दिक्कतें पेश आने लगती हैं. स्ट्रेस की वजह से बाल झड़ते हैं, हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, नींद न आना और पेट आदि  समस्याएं हो जाती हैं. अब सवाल आता है कि आखिर स्ट्रेस को कैसे कम किया जाए? आज हम आपको स्ट्रेस कम करने के तरीके बताने वाले हैं, ताकि आप हेल्दी और फिट रह सकें और एक खुशहाल जिंदगी बिता सकें.


क्यों होता है स्ट्रेस? (Reason for Stress)


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स्ट्रेस होने के कई कारण हो सकते हैं. किसी तरह की बीमारी या फिर चोट स्ट्रेस पैदा करती है, हालांकि ज्यादातर मामलों में इमोशनल प्रोब्लम्स की वजह से स्ट्रेस का जन्म होता है. तो आइये जानते हैं कि स्ट्रेस कैसे कम करें.


स्ट्रेस कैसे कम करें (How to reduce Stress)


जड़ तक पहंचे


स्ट्रेस कम करने के लिए आपका यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको स्ट्रेस क्यों हो रहा है. यह कोई इमोशनल कारण है या फिर कुछ और, इसके बाद ही स्ट्रेस को कम किया जा सकता है.


बात करना शुरू करें


अपने स्ट्रेस को लेकर अपने पार्टनर से बात करना शुरू करें, या फिर ऐसे शख्स से बात करें जो आपकी बात को गहनता से समझ सके. जरूरी नहीं है कि आप उससे अपने स्ट्रेस के कारण का हल मांगे, लेकिन बात करने मात्र से ही आप काफी हल्का महसूस करेंगे.


पढ़ना शुरू करें


जिन लोगों को स्ट्रेस है वह पढ़ना शुरू करें, यकीन मानिए यह काम करता है. आप कोई नोवल या फिर धार्मिक किताब पढ़ सकते हैं. इससे आपको काफी आराम मिलने वाला है.


हल ढूंढें


आप जो चीज स्ट्रेस दे रही है उसके बारे में ज्यादा सोचने की बजाए यह सोचें कि आप इसका हल कैसे निकाल सकते हैं. ज्यादातर इसी बात पर फोकस करें. ऐसा करने से आप ज्यादा फोकस करके हल ढूंझ पाएंगे.


आउटडोर गेम


आउटडोर गेम खेलना शुरू करें, खेल आपको मूड को सही करते हैं और आपके शरीर में गुड हार्मोन के लेवल को बढ़ाते हैं. आज दिन में कम से कम एक घंटा कोई गेम खेल सकते हैं.


एक्सरसाइज


एक्सरसाइज करना शुरू करें. एक्सरसाइज करने से शरीर में सेरेटोनिन नाम का हार्मोन बनता है, जो आपके स्ट्रेस लेवल को कम करता है और आप हेल्दी महसूस करते हैं.


क्या न करें?


अगर आपको स्ट्रेस है तो इसे कम करने के लिए आप सिगरेट और शराब का सहारा न लें. यह कुछ वक्त के लिए आपको बेहतर महसूस कराती हैं, लेकिन इनका असर कम होने के बाद शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का लेवल पहले से भी ज्यादा बढ़ जाता है. आसान भाषा में समझें तो यह और स्ट्रेस बढ़ाने का काम करती हैं.