Salt Quantity Every Day: भारत में बड़ी तादाद में हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं. ब्लड प्रेशर कई वजहों से हो जाता है, जिसमें एक वजह यह है कि लोग जरूरत से ज्यादा नमक खा रहे हैं. आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि भारतीयों को ज्यादा नमक ने दिल का और हाई ब्लडप्रेशर का मरीज बना दिया है. 25 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में भारत में नमक का औसत सेवन 10 ग्राम हर दिन है. WHO के मुताबिक एक शख्स को एक दिन में 5 ग्राम या उससे भी कम नमक खाना चाहिए. लेकिन भारतीय रोजाना डबल डोज में नमक खा रहे हैं. जिसमें पुरुष औसतन 11 ग्राम और महिलाएं 9 ग्राम नमक खा रही हैं.


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गांव में ज्यादा होता है नमक का इस्तेमाल


भारत में लाइफ स्टाइल वाली बीमारियों का पता करने के लिए आईसीएमआर ने 2017-18 में एक सर्वे किया. ये सर्वे 18 से 69 साल के 10 हजार 659 लोगों पर किया गया था. भारतीय औसतन 8.9 ग्राम नमक रोजाना खा रहे हैं. पुरुष 8 ग्राम से थोड़ा सा ज्यादा और महिलाएं 7 ग्राम से थोड़ा ज्यादा नमक खा रही हैं. मोटे लोग, पुरुष, और गांवों में रहने वाले लोगों में नमक का इस्तेमाल ज्यादा पाया गया.


इस तरह आएगी कमी


सर्वे के नतीजों के मुताबिक अगर सभी लोग एक चुटकी नमक यानी 5 ग्राम से कम नमक के नियम को मानने लगें तो हाई बीपी से होने वाली मौतों में 25% की कमी आ सकती है. 15 साल से ज्यादा उम्र के 28% लोग तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. इसमें 42% पुरुष और 14% महिलाए हैं. 18 साल से ज्यादा के 4% लोग मोटापे के शिकार हैं. पुरुष 3 प्रतिशत और महिलाओं में 5% मोटी हैं. शराब के सेवन को प्रति व्यक्ति में बांट दिया जाए तो 15 साल से ऊपर की उम्र का हर व्यक्ति औसतन 5 लीटर शराब पी रहा है. पुरुष 8 लीटर और महिलाएं 2 लीटर शराब पी रही हैं.


अलस्य है बीमारी की वजह


आलस भी एक बड़ा कारण है जो भारतीयों को बीमार कर रहा है. 18 साल से ज्यादा उम्र के 34% लोग भारत में फिजीकली एक्टिव नहीं है. यानी वो किसी तरह की कसरत नहीं करते. 25% पुरुष और 44% महिलाएं सैर करने जैसी कसरत भी नहीं कर रही हैं. 


एयर पॉल्यूशन है बीमारी की वजह


हाईबीपी के दूसरे कारणों में वैसे तो वो कारण हैं जिनके बारे में हम सब जानते हैं कि वो हमें बीमार कर सकते हैं जैसे परिवार में किसी को हाईबीपी, मोटापा, शराब और स्मोकिंग, ज्यादा नमक, एक्सरसाइज ना करना, लेकिन WHO के मुताबिक अगर किसी इलाके में एयर पॉल्यूशन काबू में नहीं है तो वो भी हाईबीपी का मरीज बना सकता है.   


भारत में इतने हैं मरीज


भारतीय रिसर्च संस्था आईसीएमआर का लेटेस्ट डाटा उससे भी आगे का है. 2023 के इस डाटा के मुताबिक इस समय भारत में 31 करोड़ से ज्यादा लोगों को हाई ब्लड प्रेशर है. जबकि WHO के 2019 के डाटा में ये संख्या 19 करोड़ के लगभग है. अब लाइफ स्टाइल वाली बीमारियां शहरों से गांवों में पहुंच चुकी हैं. इस समय गांव में हर पांच में से एक व्यक्ति ब्लड प्रेशर का मरीज है और हर 20 में से एक को डायबिटीज़ हो चुकी है. 


घर में है नमक का भंडार


WHO के गणित के मुताबिक भारत में 6 करोड़ लोग और ऐसे होने चाहिए जिनका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आ जाए. जिससे मौतों का ग्राफ नीचे लाया जा सके. घर का कोई कोना ऐसा नहीं है जहां नमकीन ना हो, कहीं भुजिया, कहीं पापड़, कहीं अचार तो कहीं चिप्स के पैकेट्स नमक स्वास्थ्यानुसार नहीं स्वादानुसार खाने वाले भारतीयों को बातों में रस और खाने में नमक जरुरत से ज्यादा ही अच्छा लगता है.  


लोगों को नहीं पता नमक का नुकसान


WHO और आईसीएमआर की नई रिसर्च के मुताबिक एक तिहाई भारतीयों को पता है कि वो ज्यादा नमक खा रहे हैं लेकिन उन्हें ना तो इससे होने वाले नुकसान का अंदेशा है और ना ही वो ये समझ पा रहे हैं कि ये नमकीन आदत जानलेवा साबित हो रही है. भारत में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की बढ़ती संख्या के पीछे सबसे बड़ा कारण नमक को ही बताया गया है.


एक दिन में 5 ग्राम नमक खाएं


एम्स दिल्ली के ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ अंबुज रॉय का कहना है कि एक वयस्क को दिन भर में 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए, बच्चों को उससे भी कम नमक लगभग 3 ग्राम. ये एक सेहतमंद इंसान की जरुरत है. हाईबीपी के मरीज और दिल के मरीजों को इससे भी कम नमक खाना चाहिए. अगर 5 ग्राम का हिसाब मुश्किल हो तो ये समझ लीजिए कि एक छोटा चम्मच नमक आपको दिन भर में खाना है.


इतना होता है नमक


100 ग्राम चिप्स के पैकेट में तकरीबन 2.5 ग्राम नमक होता है. 100 ग्राम पापड़ में 2 ग्राम नमक होता है. 100 ग्राम सॉस, कैचप या स्प्रेड में 5 ग्राम नमक होता है. एक प्लेट मसाला डोसा में 4.5 ग्राम नमक होता है. एक प्लेट पाव भाजी में 3.54 ग्राम नमक होता है. छोले भटूरे की एक प्लेट में 3.91 ग्राम नमक होता है.