हम जिस देश में रहते हैं वहां अक्सर लोग चाय के गर्म कप में अपना आराम तलाशते हैं. थोड़ा थक गए- चाय चाहिए, सर में दर्द है-चाय चाहिए, सुबह- चाय चाहिए, शाम-चाय चाहिए, ठंड है-चाय चाहिए, बारिश हुई-चाय चाहिए. चाय हम भारतीयों के लिए हर मसले का एक हल है और वो है चाय.  सदियों पुराने इस ड्रिंक ने खुद को दुनिया भर की संस्कृतियों के ताने-बाने में बुना हुआ है. गरमा-गरम अदरक वाली चाय से लेकर सूदिंग कैमोमाइल टी तक चाय को इसके अलग अलग स्वादों और इससे होने वाले सो-कॉल्ड हेल्थ बेनेफिट्स के लिए जाना जाता है.ऐसा माना जाता है कि चाय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है इसलिए चाय को हृदय स्वास्थ्य में सुधार से लेकर कॉगनेटिव फंक्शनिंग की बेहतरी तक कई तरह के हेल्थ बेनेफिट्स से जोड़ा जाता है. जैसे-जैसे आप चाय के आदी हो जाते हैं और ज्यादा चाय पीने लग जाते हैं हम अपनी सेहत से खिलवाड़ शुरू करने लगते हैं. ऐसा हम क्यों कह रहे हैं, तो आपको बता दें कि एक नए रिसर्च से पता चला है कि अत्यधिक चाय के सेवन से क्या क्या हो सकते हैं दुष्प्रभाव.

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1-बढ़ सकती है एसिड रिफ्लक्स की समस्या .
 
बहुत अधिक चाय पीने से कुछ लोगों में मतली या एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि चाय में टैनिन होता है, जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर पाचन तंत्र में जलन पैदा कर सकता है. इसी तरह, भले ही चाय को अक्सर   सिरदर्द के घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन कुछ लोगों को वास्तव में इसका बहुत अधिक सेवन करने के बाद सिरदर्द का अनुभव होता है.


2- इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है
यह याद रखना भी बेहद महत्वपूर्ण है कि बहुत अधिक चाय पीने से डिहाइड्रेशन हो सकता है. अगर आप इसे बहुत अधिक पीते हैं, तो आप जितना तरल पदार्थ लेते हैं उससे अधिक खो सकते हैं.


3- हो सकता है इंसोमेनिया
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि जब चाय पीने की बात आती है तो इसे मॉडरेशन में लेना महत्वपूर्ण है. जब इसे कम मात्रा में लिया जाता है, तो इसका शांत प्रभाव हो सकता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा चिंता, तनाव और बेचैनी का कारण बन सकती है. ऐसा चाय में मौजूद कैफीन के कारण होता है, जो नींद में खलल डाल सकता है और शरीर में तनाव हार्मोन में इजाफा कर सकता है.


 4- लग सकती है इसकी लत
चाय में पाए जाना वाला कैफीन की आदत पड़ जाती है. आसान भाषा में समझें आपके शरीर को सही ढंग से काम करने के लिए, कैफीन आवश्यक हो जाता है, और यदि आप चाय की खपत को कम करने की कोशिश करते हैं, तो आपको सिरदर्द, चिड़चिड़ापन और थकान जैसे विड्रॉल सिम्प्टमस का अनुभव हो सकता है.


5-शारीर में मिनरल्स अब्सोर्ब्शन में दिक्कत
चाय में मौजूद टैनिन आयरन के साथ जुड़ सकता है, जिससे शरीर में आयन का लेवल कम हो जाता है. यह उन व्यक्तियों के लिए चिंता का विषय है, जिन्हें आयरन की कमी से एनीमिया है या जो आयरन के सोर्स पर निर्भर हैं. इतना ही नही अत्यधिक चाय का सेवन से  कैल्शियम अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे समय के साथ हड्डियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है.


6- दांतों की भी हो सकती है समस्या
समय के साथ, चाय-खासकर काली चाय-आपके दांतों का रंग खराब कर सकती है. इसके अलावा, चाय की टैनिन ज्यादा होने की वजह से यह कैविटी और प्लाक के विकास का एक कारक हो सकती है. परिणामस्वरूप, अपनी चाय की खपत को सीमित करना जरूरी है.