हाई ब्लड प्रेशर के लिए जहर है यह एक चीज, WHO की रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
WHO ने कहा है कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पाता. हाई ब्लड प्रेशर से कई बीमारियां होती हैं. ज्यादा नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर हो जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक नई रिपोर्ट कहती है कि हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हर पांच में से चार लोगों का पूरा इलाज नहीं किया जाता. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. रिपोर्ट में हाई ब्लड प्रेशर के खतरनाक असर के बारे में बताते हुए कहा गया है कि अगर देशों ने इलाज का दायरा बढ़ाया तो अब से 2050 के बीच लगभग 7.6 करोड़ हाई ब्लड प्रेशर से मुताल्लिक मौतों को रोका जा सकता है.
मूक हत्यारा है हाई ब्लड प्रेशर
रिपोर्ट में कहा गया है कि इलाज के दायरे को बेहतर करने से इसी वक्त में 12 करोड़ ब्रेन हैंब्रेज, 7.9 करोड़ हार्ट अटैक और दिल की धड़कन रुक जाने के 1.7 करोड़ मामलों को रोका जा सकता है. दुनिया भर में तीन में से एक जवान शख्स को मुतासिर करने वाले हाई ब्लड प्रेशर को अक्सर “मूक हत्यारा” कहा जाता है. नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में हार्ट साइंस मामलों के अध्यक्ष अजय कौल ने कहा, “(ऐसा इसलिए है क्योंकि) जब तक आपका ध्यान इस पर जाता है तब तक यह दिल, रक्त वाहिकाओं और दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचा चुका होता है.”
दोगुनी हुई मरीजों की तादाद
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाई ब्लड प्रेशर से परेशान ऐसे लोगों की तादात- जिनका ब्लड प्रेशर 140/90 या इससे ज्यादा है या हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा ले रहे हैं- 1990 और 2019 के बीच दोगुनी हो कर 65 करोड़ से 1.3 अरब हो गई. इसमें कहा गया है कि पूरी दुनिया पर हाई ब्लड प्रेशर से परेशान लगभग आधे लोग वर्तमान में अपनी हालत से अनजान हैं और हाई ब्लड प्रेशर से परेशान तीन-चौथाई से ज्यादा नौजवान शख्स कम और मध्यम आमदनी वाले देशों में रहते हैं.
हो सकती है यह बीमारी
कौल ने कहा, “लोगों के बिना जाने ही सालों तक हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी बनी रह सकती है, जिससे दिल के रोग, ब्रेन हैम्ब्रेज, गुर्दे की परेशानी और दूसरी संगीन बीमारियां हो सकती हैं.” कैथ लैब्स, पैन मैक्स - कार्डियक साइंसेज के प्रमुख निदेशक और प्रमुख विवेक कुमार ने कहा, “यह अनजाने में लोगों को अपनी चपेट में लेता है और भारत और दुनिया भर में मरने वालों की दर और बीमारी की सबसे आम वजहों में से एक साबित हुआ है.” दिल की बीमारी के जानकारों ने कहा कि नमक का इस्तेमाल एक अहम कारक है जो हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को बढ़ाता है, यहां तक कि जिस्मानी हरकत की कमी, हाई ब्लड प्रेशर का पारिवारिक इतिहास, बाहरी तनाव और मोटापे के साथ-साथ ज्यादा शराब पीना भी इस हालत को विकसित करने में अहम योगदान देता है.
ज्यादा नमक खतरनाक
कौल ने कहा, “ज्यादा सोडियम (नमक), संतृप्त वसा और कम पोटैशियम वाला आहार हाई ब्लड प्रेशर में योगदान कर सकता है.” कुमार ने कहा, “भारत में खान की चीजों और खान-पान की आदतों में नमक की ज्यादा मात्रा शामिल है, जो डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित नमक से लगभग 10 गुना ज्यादा है.” सितंबर, 2023 में जारी “नमक कटौती” शीर्षक से एक तथ्य-पत्र में, डब्ल्यूएचओ ने 2000 मिलीग्राम प्रतिदिन से कम सोडियम या पांच ग्राम प्रतिदिन से कम नमक की सिफारिश की है. या यूं कहें कि बस एक चम्मच से कम.