Prediction of Greater Israel: इजरायल गाजा पर लगातार हवाई हमले कर रहा है. इस बीच इजरायल सरकार ने ऐसा कदम उठाया है जिससे पूरी दुनिया में खलबली मच गई है. दरअसल, गाजा और लेबनान के बाद इजरायल ने सीरिया पर भी जंग का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही उसने सीरिया में भी गाजा और लेबनान की तरह जमीनी हमले करने के लिए अपने सैनिकों को सक्रिय करने का ऐलान किया है. इजराइल ने कहा कि उसके सैनिकों ने ईरान के लिए काम करने के आरोपी एक सीरियाई व्यक्ति को पकड़ने के लिए सीरिया में जमीनी हमला किया था. 


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दरअसल, गाजा और लेबनान में सीजफायर के लिए अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दूसरे देशों के बढ़ते दबाव के बावजूद इजराइल हिजबुल्ला चरमपंथी समूह के खिलाफ हमलों का विस्तार लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों से परे कर रहा है. इजराइल उत्तरी गाजा में हमास के खिलाफ एक अंतहीन युद्ध जैसी लड़ाई लड़ रहा है. अब इजरायल ने सीरिया में भी जमीनी हमले के लिए अपने सैनिकों को तैयार रहने का निर्देश दिया है.


इजरायल कैसे बनेगा ग्रेटर इजरायल
युद्ध में यह पहली बार था कि इजराइल ने सीरियाई क्षेत्र में अपने सैनिकों के सक्रिय होने का ऐलान किया है. इससे पहले भी इजरायल ने सीरिया में हमले कर चुका है, लेकिन पहली बार सीरिया में जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए अपने सैनिकों को तैयार रहने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद दुनिया में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि इजरायल क्या विस्तार चाहता है? क्या इजरायल अब ग्रेटर इजरायल बन जाएगा? इन सभी सवालों के जवाब के लिए पूरी खबर पढ़ें...


क्या है ग्रेटर इजरायल प्रोजेक्ट
हर्ज़ल का ग्रेटर इज़राइल मिस्र से फ़रात नदी तक फैला हुआ है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि यह मध्य पूर्व में सिर्फ़ यहूदी परियोजना नहीं है बल्कि अमेरिकी विदेश नीति का एक सिद्धांत है. इसका मुख्य उद्देश्य मध्य पूर्व में अमेरिकी आधिपत्य हासिल करना है. जिस तरह स्वतंत्र फिलिस्तीन के लिए 'रिवर टू रिवर' का नारा दिया जाता है, उसी तरह ग्रेटर इज़राइल के लिए 'रिवर टू रिवर' का नारा दिया जाता है. इसके तहत मिस्र की नील नदी से लेकर पश्चिम एशिया की फ़रात नदी तक ग्रेटर इज़राइल की कल्पना की गई है.


पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल को लेकर क्या कहा था
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन राष्ट्रपति कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के आकार के बारे में एक बयान देकर एक और विवाद खड़ा कर दिया था. यहूदी समुदाय को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा था  कि क्या इजरायल के लिए और ज़मीन पाने का कोई तरीका है, क्योंकि यह मध्य पूर्व के अन्य देशों की तुलना में मानचित्र पर 'छोटा' है?" इस बयान से साफ हो गया था कि इजरायल अपना सीमा विस्तार करना चाहता है. इसमें अमेरिका इजरायल का मदद करेगा.


सात मोर्चों पर जंग
वहीं, सीरिया में जंग छिड़ने के बाद कई मिडिल ईस्ट के जानकारों का मानना है कि इजराइल अपनी सीमाओं का विस्तार करना चाहता है. क्योंकि इसी आधार पर नेतन्याहू ने अपनी पार्टी बनाई और सत्ता में आए. ऐसे कई मौकों पर इजराइली मंत्रियों और अधिकारियों ने खुलकर ग्रेटर इजराइल का समर्थन किया है. इस वक्त इजरायल सात मोर्चों पर जंग लड़ रहा है.


मरहूम डॉक्टर इसरार अहमद का प्रिडिक्शन
वहीं, दुनिया भर में मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मरहूम डॉक्टर इसरार अहमद ने ग्रेटर इजरायल का प्रिडिक्शन किया था. उनका मानना ​​था कि एक दिन इजरायल का विस्तार होगा और वह ग्रेटर इजरायल में बदल जाएगा, जिसमें फिलिस्तीन, मिस्र, गाजा, लेबनान, जॉर्डन, सीरिया, इराक और सऊदी अरब के कुछ हिस्से शामिल होंगे. उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि ग्रेटर इजरायल बनने से पहले गाजा में युद्ध होगा. इसके बाद युद्ध सीरिया से इराक तक फैल जाएगा. इसके बाद अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की मदद से ग्रेटर इजरायल की स्थापना की जाएगी.