इसराइल को ब्राजील ने दिया बड़ा झटका, राष्ट्रपति ने यरूशलम से राजदूत को बुलाया वापस
Brazil on Israel: ब्राजील ने इसराइल को बड़ा झटका दिया है. ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज नइनासियो लूला डा सिल्वा ने इसराइल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. दोनों देशों में गाजा हिंसा को लेकर पिछले चार महीने से तनाव पैदा हुआ था.
Brazil on Israel: गाजा में जारी हिंसा के बीच ब्राजील ने इसराइल को बड़ा झटका दिया है. ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज नइनासियो लूला डा सिल्वा ने इसराइल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. दोनों देशों में गाजा हिंसा को लेकर पिछले चार महीने से तनाव पैदा हुआ था. ब्राजील के आधिकारिक राजपत्र में इस कदम की जानकारी दी गई है.
पिछले 4 महीने तनाव जारी
लूला कई बार गाजा में इसराइल के हमले की आलोचना कर चुके हैं. इस साल की शुरुआत में उन्होंने गाजा हिंसा की तुलना यहूदियों के नरसंहार से की थी. इसराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्स ने ब्राजील के राजदूत को यरूशलम में में मौजूद राष्ट्रीय होलोकॉस्ट संग्रहालय में बुलाकर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर की थी. मामले से अवगत ब्राजील विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार ब्राजील ने काट्स के कदम के जवाब में और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए अपने राजदूत को वापस बुलाया है कि उस घटनाक्रम के बाद से कोई सकारात्मक बदलाव नहीं हुआ है.
अब ब्राजील ने दिया झटका
इस घटना को इसराइल के लिए एक बड़ा झटका के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि हाल में स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे ने फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता दे दी है. गाजा में इसराइल पिछले साल 7 अक्टूबर 2024 से हमला कर रहा है. इस हमले में अब तक 36 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जबकि 81 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इस बीच इसराइल ने राफा में रिफ्यूजी कैंपों पर हमला कर रहा है, जिसमें ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में 78 लोगों की मौत हुई है.
लोग भूखमरी के हो रहे हैं शिकार
गाजा हिंसा की वजह से गाजा में मानवीय संकट पैदा हो गया है. लोगों को दो जून की रोटी नसीब नहीं हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि लोगों को पीने के लिए साफ पानी नसीब नहीं हो रहा है. लोग एक-एक कतरा के लिए तरह रहे हैं. सबसे ज्यादा बच्चों को परेशानी हो रही है, बच्चे सबसे ज्यादा भूखमरी के शिकार हो रहे हैं. हालांकि, राहत सामाग्री पहुंचाया जा रहा है, लेकिन वो काफी नहीं है. लोग भूखमरी के शिकार हो रहे हैं. ऐसे हालात में इसराइल का राफा पर हमला करना, हालात को और भयावह बना सकती है.