फिलिस्तीन के राजनीतिक दलों ने किया समझौता; अब इस तरह चलाएं शासन
Palestine News: फिलिस्तीन के राजनीतिक दलों हमास और फतह ने आपस में समझौता कर लिया है. दोनों ने कहा है कि वह एक खास रणनीति के तहत यहां शासन चलाएंगे. हालांकि इजरायल ने इस समझौते को खारिज कर दिया है.
Palestine News: फिलिस्तीन के दो गुटों हमास और फतह ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने सालों से चली आ रही दरार को खत्म करने के लिए बीजिंग में समझौते पर दस्तखत किया है. इस समझौते के तहत दोनों पक्षों के बीच सालों से चली आ रही गहरी खाई को पाटने में मदद मिलेगी. चीनी सरकारी प्रसारक सीसीटीवी के मुताबिक, फिलिस्तीनी राजनीति के दो दिग्गजों ने फिलिस्तीनी एकता को मजबूत करने के लिए बीजिंग घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए. इन दोनों गुटों ने मिलकर फिलिस्तीन में एक सरकार बनाने का फैसला किया है.
पहले नाकाम हुए समझौते
साल 2011 में इसी तरह के समझौते हुए. इसके अलावा ऐसे कई समझौते नाकाम हो गए, जिससे इस बात पर शक है कि क्या चीन की तरफ से कराए गए समझौते पर वाकई बात बनी रहेगी. यह ऐलान ऐसे संवेदनशील वक्त में हुआ है कि जब गाजा में जंग अपने 10वें महीने में एंटर कर चुकी है. हालांकि इजरायल और हमास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित संघर्ष विराम प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं, जिससे जंग खत्म हो जाएगी.
सरकार बनने में दुविधा
फिलिस्तीनी राजनीतिक एकता का सवाल गाजा के लिए जंग के बाद के कठिन हो सकता है. हमास ने 2006 में गाजा में संसदीय चुनाव जीता और उसके बाद अगले ही साल हिंसक होकर इलाके पर कब्जा कर लिया. जंग के बाद गाजा का भविष्य संदेह में है. इजरायल जंग के बाद गाजा पर शासन करने में हमास की किसी भी भूमिका का पुरजोर विरोध करता है. इसने लड़ाई खत्म होने के बाद गाजा के राजनीतिक दल फतह के तहत शासन चलाने के अमेरिका के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.
इजरायल ने खारिज किया समझौता
समझौते के बाद इजरायल के विदेश मंत्री, इजरायल कैट्ज ने मंगलवार को समझौते को तुरंत खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि गाजा में हमास और फतह के बीच कोई संयुक्त शासन नहीं होगा क्योंकि हमास का शासन कुचल दिया जाएगा. चीन में सबसे हालिया बातचीत के बाद जारी बयान में कुछ नहीं बताया गया है कि यहां शासन कैसे चलेगा. सरकार कैसे या कब बनेगी. इसमें केवल इतना कहा गया कि यह "गुटों के बीच समझौते से" किया जाएगा.