इन शर्तों पर हमास गाजा में जंगबंदी करने को तैयार; कम होगी लोगों की मुश्किल
Ceasefire in Gaza: हमास ने नेता ने गाजा में जंगबंदी की हरी झंडी दी है. हमास के नेता कहना है कि वह गाजा के लोगों को थोड़ी राहत देना चाहते हैं. जंगबंदी की पहल मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अलसीसी ने की है.
Ceasefire in Gaza: हमास ने गाजा पट्टी में स्थायी जंगबंदी के लिए किसी भी समझौते पर विचार करने की इच्छा जताई है. सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के सीनियर नेता सामी अबू ज़ुहरी ने मंगलवार को एक टेलीविजन स्पीच में कहा कि उनका संगठन गाज़ा के लोगों की पीड़ा को खत्म करने और एक स्थायी जंगबंदी स्थापित करने के लिए किसी भी समझौते या प्रस्ताव का स्वागत करता है.
ये हैं शर्तें
अबू ज़ुहरी ने कहा कि इन समझौतों में पूरे गाज़ा से इजरायली सेना की वापसी, गाज़ा पर लगी नाकाबंदी हटाने और जनता को राहत, मदद, रहने की जगह, दोबारा घरों की तामीर और कैदियों की अदला बदली के लिए गंभीर डील शामिल होनी चाहिए.
ये है प्रस्ताव
उन्होंने यह भी बताया कि उनके संगठन ने बिचौलियों की जंगबंदी पर नए प्रस्तावों पर चर्चा करने की गुजारिश का जवाब दिया है और इस पर कुछ बैठकें हो चुकी हैं, जबकि दूसरी बैठकें भी होंगी. रविवार को, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फत्ताह अल-सीसी ने गाज़ा में दो दिवसीय जंगबंदी का प्रस्ताव रखा, जिसमें चार इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के साथ अदला-बदली करने का विचार शामिल था, और दस दिनों के भीतर स्थायी जंगबंदी के लिए बातचीत करने की योजना बनाई गई.
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जारी हैं जंगबंदी की कोशिशें
यह ऐलान ऐसे वक्त में आया है, जब गाजा में जंगबंदी को फिर से शुरू करने की कोशिश जारी हैं. हाल ही में, हमास के एक प्रतिनिधिमंडल ने काहिरा में संघर्ष विराम में बाधा बन रहे मुद्दों को सुलझाने के तरीकों पर चर्चा की थी.
क्या है पूरा मामला?
पिछले साल अक्टूबर में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से मिस्र, कतर और अमेरिका ने गाजा में जंगबंदी के लिए मध्यस्थता की कोशिशें की हैं. इसके लिए पिछले कुछ महीनों में दोहा और काहिरा में कई दौर की बातचीत हुई थी, लेकिन इस लंबे संघर्ष को खत्म करने के लिए कोई ठोस समझौता नहीं हो पाया.