Hezbollah Attack: इजरायली अधिकारियों ने बताया कि इजरायली कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक फुटबॉल मैदान पर रॉकेट हमले में शनिवार को बच्चों सहित 12 लोगों की मौत हो गई. उन्होंने इसके लिए हिजबुल्लाह को जिम्मेदार ठहराया और ईरान समर्थित लेबनानी समूह को भारी कीमत चुकाने की कसम खाई.


हिज़बुल्लाह ने नहीं ली जिम्मेदारी


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हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है. यह गाजा में संघर्ष शुरू होने के बाद से इजरायल या इजरायल के जरिए कब्जा किए गए इलाके में सबसे घातक हमला है. इस हमले से गाजा युद्ध के समानांतर चल रही शत्रुता में तनाव तेजी से बढ़ गया है और भारी हथियारों से लैस दुश्मनों के बीच पूरी तरह से संघर्ष की आशंका पैदा हो गई है.


रॉकेट इजरायली कब्जे वाले गोलान हाइट्स के मजदल शम्स के ड्रूज गांव में एक फुटबॉल मैदान पर गिरा. यह इलाका 1967 के मध्य पूर्व युद्ध में इजरायल के जरिए सीरिया से छीन लिया गया था.


पीएमओ ने कही ये बात


प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, इजरायल में ड्रूज समुदाय के नेता के साथ फोन पर बातचीत में कहा, "हिजबुल्लाह को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जो उसने अब तक नहीं चुकाई है."


हिज़बुल्लाह ने कही ये बात


एक लिखित बयान में हिजबुल्लाह ने कहा: "इस घटना से इस्लामिक प्रतिरोध का कोई लेना-देना नहीं है, और वह इस संबंध में सभी झूठे आरोपों का स्पष्ट रूप से खंडन करता है." हिजबुल्लाह ने पहले भी इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर कई रॉकेट हमले करने की घोषणा की थी.


इज़रायली एम्बुलेंस सेवा ने कहा कि फुटबॉल मैदान पर रॉकेट गिरने से 13 अन्य लोग घायल हो गए. उस समय मैदान बच्चों और किशोरों से भरा हुआ था. एक प्रत्यक्षदर्शी मौरहफ अबू सालेह ने कहा, "वे फुटबॉल खेल रहे थे, उन्होंने सायरन की आवाज सुनी और वे शरणस्थल की ओर भागे. उन्हें शरणस्थल तक पहुंचने में 15 सेकंड का समय लगा. लेकिन वे शरणस्थल तक नहीं पहुंच सके."


सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फुटेज में रॉकेट के गिरने के उस पल को दिखाया गया है. हवाई हमले का सायरन सुना जा सकता है, उसके बाद एक बड़ा धमाका होता है और धुआँ उठता हुआ दिखाई देता है.