Houthis Attack on Indian Ship: भारत के नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर समुद्री डकैती "एक उद्योग के रूप में फिर से उभर आई है", लेकिन हूती विद्रोहियों ने भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज को निशाना नहीं बनाया है. भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने "समुद्री क्षेत्र में इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर पिछले साल दिसंबर के मध्य से अपने समुद्री सुरक्षा अभियानों के दायरे को फिर से बढ़ा दिया है". 


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भारतीय जहाजों पर हमले नहीं
एडमिरल कुमार ने 'ऑपरेशन संकल्प' के दूसरे चरण के तहत जारी समुद्री सुरक्षा अभियानों के 100 दिन पूरे होने के मौके पर एक संवाददाता सम्मेलन को खिताब किया. उन्होंने कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष के मद्देनजर समुद्री डकैती "एक उद्योग के रूप में फिर से उभर आई है", लेकिन हूती विद्रोहियों ने भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज को निशाना नहीं बनाया है. पिछले कुछ महीनों में लाल सागर और पड़ोसी क्षेत्र में हूती विद्रोहियों द्वारा कई मालवाहक जहाजों पर हमले किए गए हैं.


हूतियों ने किए हमले
बीते दिनों हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में उन जहाजों पर हमले किए हैं जिनका ताल्लुक इजरायल से है. हूती उन जहाजों को निशाना बनाते हैं, जो या तो इजरायल जाते हैं. या फिर उन देशों को जाते हैं जो इजरायल का सपोर्ट करते हैं. हूतियों का कहना है कि जब तक इजरायल गाजा पर हमले करना बंद नहीं करेगा तब तक हूती जहाजों को निशाना बनाते रहेंगे. हूतियों को कहना है कि पूरी दुनिया को गाजा में जंग रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए. 


नहीं हुआ सीजफायर
आपको बता दें 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इस दौरान 1200 लोगों की मौत हो गई थी और 250 लोग बंधक बनाए गए थे. इसके बाद इजरायल ने हमास वाले इलाके गाजा पर हमले करने शुरू किए. इन हमलों में अब तक 31 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. कई हजार लोग घायल हो गए हैं. अमेरिका, मिश्र और कतर ने रमजान महीने से पहले इजरायल हमास के दरमियान जंगबंदी कराने की कोशिश की लेकिन इस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल पाया है.