Israel Gaza War: इजराइल जिस तरह से गाजा पर हमला करता आ रहा है, उसपर नरसंहार का इल्जाम लग रहा है. अक्टूबर 2023 से शुरू हुई जंग में अभी तक गाजा में 45 हजार के लगभग लोगों की जान जा चुकी है. अब इसको लेकर एमनेस्टी इंटरनेशनल का बयान आया है. जिसने इजराइल पर फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार करने का इल्जाम लगाया है.


एमनेस्टी इंटरनेशनल का गंभीर आरोप


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ह्यूमन राइट्स के लिए काम करने वाली इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने इजराइल पर हमास के साथ जंग के दौरान गाजा पट्टी में नरसंहार करने का आरोप लगाया है. हालांकि, इजराइल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.


एमनेस्टी का गंभीर इल्जाम


एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि इजराइल ने घातक हमले करके ज़रूरी बुनियादी ढांचों को तबाह कर दिया है और खाना, दवा और दूसरी जरूरी मदद की आपूर्ति को रोककर जानबूझकर फलस्तीनियों को तबाह करने की कोशिश की है.


7 अक्टूबर का हवाला देकर नहीं ठहराया जा सकता सही


ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने बृहस्पतिवार को वेस्ट एशिया के सदंर्भ में एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें कहा गया कि इस तरह की कार्रवाइयों को सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमास के हमले या नागरिक इलाको में आतंकवादियों की मौजूदगी की दलील देकर उचित नहीं ठहराया जा सकता.


अमेरिका से की गुजारिश


एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अमेरिका और सहयोगियों से इजराइल को हथियारों की खेप की आपूति रोकने का आह्वान किया है. ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ की महासचिव एग्नेस कैलामार्ड ने रिपोर्ट में कहा, "हमारे नतीजे इंटरनेशन कम्यूनिटी के लिए वॉर्निंग हैं. यह नरसंहार है. इसे अब रोकना होगा."


इजराइल ने क्या कहा?


इजराइल ने अपने खिलाफ नरसंहार के आरोपों को खारिज किया है. इजराइल ने ऐसे आरोपों को इंटरनेशनल कोर्ट में चुनौती दी है. इजराइल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "निंदनीय और कट्टरपंथी संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने एक बार फिर एक मनगढ़ंत रिपोर्ट पेश की है जो पूरी तरह से गलत और झूठ पर आधारित है."