Israel-Gaza Ceasefire: हमास ने सोमवार को ऐलान किया कि उसने राफा पर इजरायली बलों के लंबित हमले के बीच गाजा में जंगबंदी समझौते की शर्तों को मान लिया है, लेकिन ब्‍योरा अभी तक आम नहीं किया गया है. शक के बीच इसके अधिकारी इजरायल की प्रतिक्रिया का भी इंतजार कर रहे हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में कहा कि उसने कतर और मिस्र के मध्यस्थों को अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है.


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हमास हुआ राजी
इसमें कहा गया है कि इसके नेता इस्माइल हनियेह ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी और मिस्र के खुफिया मंत्री अब्बास कामेल के साथ एक टेलीफोन कॉल की और उन्हें सीजफायर समझौते के ताल्लुक से हमास की तरफ से उनके प्रस्ताव को मंजूरी देने की जानकारी दी. हमास ने कहा कि अब जवाब देना इजरायल पर निर्भर है. सीजफायर समझौते का ब्‍योरा, खासकर इसकी अवधि और गाजा में इजरायली बंदियों की संख्‍या अभी भी ज्ञात नहीं है.


इजरायल सहमत नहीं
ऐसी भी खबरें थीं कि इजरायल सीजफायर समझौते पर पूरी तरह सहमत नहीं है, लेकिन उसकी ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इजराइल के चैनल 12 ने इजरायली अधिकारियों के हवाले से कहा कि उनकी वार्ता टीम को मध्यस्थों से हमास की प्रतिक्रिया मिली है और अब वह सावधानीपूर्वक इसका मूल्यांकन कर रही है. इसने अधिकारियों के हवाले से यह भी कहा कि "यह उस सौदे के लिए प्रस्ताव नहीं है, जिस पर इजरायल और मिस्र 10 दिन पहले सहमत हुए थे. यह तब से अप्रत्यक्ष वार्ता के आधार के रूप में काम करता है.


हमास की मांग कबूल नहीं करेगा इजरायल
यह घटनाक्रम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक फोन कॉल के दौरान "राफा पर अपनी साफ हालत" दोहराने के तुरंत बाद आया कि वह वहां शरण लेने वाले नागरिकों की मदद करने की योजना के बिना राफा पर हमले का समर्थन नहीं करेगा. रविवार को जब हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल के गाजा हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर बातचीत करने के लिए मिस्र में बातचीत फिर से शुरू हुई, तो नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश गाजा में युद्ध खत्‍म करने के लिए हमास की मांगों को कबूल नहीं करेगा.