Isreal Hamas War: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि देश बंधकों की रिहाई के बदले गाजा में युद्ध विराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पेश किए गए समझौते के प्रस्ताव के लिए प्रतिबद्ध है. पीएम नेतन्याहू ने सोमवार को विपक्ष की ओर से बुलाए गए नेसेट (संसद) के विशेष सत्र के दौरान कहा, "हम उस प्रस्ताव के प्रति प्रतिबद्ध हैं जिसका अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने समर्थन किया है. हमारी स्थिति नहीं बदली है." समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जो बाइडेन ने पहली बार मई के अंत में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए समझौते का प्रस्ताव पेश किया था. 


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नहीं होगा समझौता
पीएम नेतन्याहू का कहना है कि इजरायल तब तक युद्ध समाप्त नहीं करेगा, जब तक कि हम सभी 120 बंधकों को वापस नहीं ले आते, जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता, दक्षिणी और उत्तरी क्षेत्र के निवासी सुरक्षित अपने घरों को वापस नहीं लौट जाते. 


इजरायल लेबनान विवाद
इससे एक दिन पहले इजरायल ने कहा था कि वह गाजा के खिलाफ हमले रोक देगा. उसने आगे कहा था कि वह लेबनानी ग्रुप हिजबुल्लाह से लड़ने के तैयारी कर रहा है. इजरायल का कहना है कि हिजबुल्लाह से कूटनीतिक करीके से बात का हल निकालने की कोशिश होगी. अगर ऐसा नहीं होगा तो वह हिजबुल्लाह से लड़ने के लिए तैयार है. इस पर हिजबुल्लाह के नेता ने कहा था कि उनके पास आधुनिक हथियार हैं, जिनके जरिए वह इजरायल के अंदर अहम ठिकानों पर हमला करेंगे. दरअसल हिजबुल्लाह हमास का सपोर्ट करता है. हिजबुल्लाह की मांग है कि गाजा में युद्ध विराम हो.


क्या है मामला?
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया. हमास के हमले में इजरायल के करीब 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया था. इजरायल के हमले में गाजा में 37 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इस हमले में कई लोग विस्थापित हुए हैं. गाजा के लोगों ने राफा में शरण ली है. यहां भी इजरायल हमले कर रहा है.