Israel-Hamas war: इसराइल एक तरफ कह रहा है कि गाजा में इसराइली सेना की लड़ाई खत्म हो गई है. लेकिन दूसरी तरफ वो लगाता मजलूम फलस्तीनियों को मौत के घाट उतार रहा है. आईडीएफ ने ताजा हमला मध्य गाजा के अज़-ज़वायदा इलाके में किया है, जहां उन्होंने एक गोदाम में रह रहे विस्थापित फ़लस्तीनियों पर बमबारी की, जिसमें नौ बच्चों समेत एक ही परिवार के 15 लोगों की मौत हो गई. 


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गाजा में नागरिक सुरक्षा प्रवक्ता महमूद बसल ने शनिवार को कहा कि रात भर हुए हमले में मारे गए 15 लोग अजलाह परिवार के मेंबर थे. मरने वालों में तीन महिलाएं भी शामिल थीं. बताया जा रहा है कि इसराइली सेना ने यह हमला नुसीरात शरणार्थी शिविर से कुछ किलोमीटर दक्षिण में किया.  सभी शवों को अल-अक्सा हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखा गया है.


 इसराइल का पता चाल 'नापाक' इरादा
इसराइल ने यह हमला उस वक्त किया है जब अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर और मिस्र में शुक्रवार को सीजफायर को लेकर बातचीत खत्म की. इस बैठक के बाद कहा जा रहा था कि इसराइल और इस जंग को खत्म कर देगा. लेकिन इस मध्यस्थता के तुरंत बाद IDF ने जिस तरह से हमला किया इसराइल का रुख साफ हो गया.


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सीजफायर को लेकर इन देशों जताई थी सहमति
दरअसल,  बाइडेन प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने कहा था कि इराइल और हमास के बीच सीजफायर-बंधक समझौते के लिए दोहा में पिछले दो दिनों से चल रही बातचीत काफी सकारात्मक रही. उन्होंने ने शुक्रवार को कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मिस्र के प्रेसिडेंट अब्देल-फत्ताह अल-सिसी और कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी से बात की. तीनों इस बात पर सहमति जताई कि "अब जंग खत्म हो गई है." क्योंकि अमेरिका द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव इसराइल और हमास दोनों राजी हो गए थे.