Trump की Hamas को धमकी, नेतन्याहू का शुक्रिया; नर्क में बंद फिलिस्तीनी कैदियों का क्या?
Netanyahu Reacted on Trump: नेतन्याहू ने अमेरिका के चुने गए राष्ट्रपति का शुक्रिया अदा किया है. दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को अल्टीमेटम दिया था. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
Netanyahu Reacted on Trump: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को शुक्रिया अदा किया है. इसके पीछे वजह डोनाल्ड ट्रंप का बयान है. जिसमें उन्होंने हमास को धमकी देते हुए कहा था कि अगर इजराइली बंधकों को नहीं छोड़ा गया तो उसके नतीजे भयानक होने वाले हैं.
नेतन्याहू ने किया शुक्रिया अदा
नेतन्याहू ने एक पोस्ट करते हुए लिखा,"मैं राष्ट्रपति ट्रम्प को कल उनके इस कड़े बयान के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने हमास के जरिए बंधकों को रिहा करने की जरूरत और हमास की जिम्मेदारी के बारे में कहा, और इससे सभी बंधकों को रिहा करने के हमारे निरंतर प्रयास को और बल मिला है. धन्यवाद, राष्ट्रपति ट्रम्प."
ट्रंप ने क्या कहा था?
ट्रम्प का यह बयान हमास के जरिए एक वीडियो जारी करने के बाद आया है जिसमें अमेरिकी-इज़रायली बंधक एडन अलेक्जेंडर अपनी रिहाई की गुहार लगा रहा है. जवाब में, ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर एक चेतावनी पोस्ट की, जिसमें कहा गया, "हर कोई उन बंधकों के बारे में बात कर रहा है, जिन्हें मध्य पूर्व में इतनी हिंसक, अमानवीय और पूरी दुनिया की इच्छा के विरुद्ध रखा गया है. लेकिन यह सब बातें हैं, और कोई कार्रवाई नहीं!"
चुकानी पड़ेगी बहुत बड़ी कीमत
उन्होंने कहा कि अगर बंधकों को 20 जनवरी, 2025 तक रिहा नहीं किया गया, जब वह पदभार ग्रहण करेंगे, तो अमेरिका कठोर कदम उठाएगा. उन्होंने लिखा,"अगर बंधकों को 20 जनवरी, 2025 से पहले रिहा नहीं किया गया, जिस दिन मैं गर्व के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा, तो मिडिल ईस्ट में बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, और उन लोगों को भी, जिन्होंने इंसानियत के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया है."
बता दें, 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1208 लोगों की मौत हुई थी. मरने वाले ज्यादातर आम नागरिक थे. इस दौरान हमास ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था. जिनमें से काफी लोग मर चुके हैं और 97 लोग अभी जिंदा हैं. जिनको लेकर सेना का कहना है कि उनमें से 35 भी मारे जा चुके हैं.
क्या फिलिस्तीनियों के लिए उठाएगा कोई आवाज़?
इस जंग की शुरुआत से अब तक 44,429 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और औरतें शामिल हैं. सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें सामने आती रही हैं जहां इजराइल लोगों को बंधक बनाकर ले जाता दिखता है. उन लोगों के कपड़े उतरे हुए होते हैं और उन्हें इजराइल की जेलों में ठूसा जाता है.
आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2023 में इजराइल ने 5200 फिलिस्तीनी बंधक बनाए थे. जिनमें से 170 बच्चे थे. हमेशा से इजराइल और गाजा के बीच बंधकों और प्रिजनर्स को छोड़ने के लिए बात चलती आई है.
22 नंबर 2023 को हमास 150 फिलिस्तीनी प्रिजनर्स को छोड़ने के लिए रजामंद हुआ था जिनके बदले में संगठन चाहता था कि चार दिन का सीज़फायर हो और इसके बदले वह 50 होस्टेजेस को छोड़े,
फिलिस्तीनी बंधकों पर टॉर्चर
आरोप लगते आए हैं कि फिलिस्तीनी बंधकों को इजराइली जेल में बुरी तरह टॉर्चर किया जाता है. अगस्त 2024 में बीबीसी मे छपी रिपोर्ट में बताया गया कि इजराइली जेलों के अंदर की स्थितियां यातना के समान हैं. बी'त्सेलेम एक मानवाअधिकार संगठन जिसनें "वेलकम टू हेल" नाम की रिपोर्ट पेश की. जिसे 55 बंदियों की गवाही के बाद तैयार किया गया. जिन्हें, गाजा के युद्ध के बाद इजराइसी जेलों में बंद किया गया था.
इसमें बताया गया कि उनको हर रोज शारीरिक हिंसा से गुजरना होता है. मांसिक हिंसा, बेइज्जती और सोने नहीं दिया जाता है. उन्हें भूखा मारा जाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये जेल फिलिस्तीनियों के लिए टॉर्चर सेंटर में बदल दिया गया है.