Pro Palestine Protest: फिलिस्तीन में लगातार इजराइल के हो रहे हमलों के खिलाफ दुनिया के अलग-अलग जगहों पर आवाज़ें उठ रही हैं. हालांकि, दुनिया के बड़े मुल्क इन आवाजों को दबाने पर आमादा हैं और कहीं न कहीं ये जानकर भी कि इजराइल के हमलों को सही ठहराने पर ताबे हैं कि ये हमले हमास के खिलाफ नहीं पूरे फिलिस्तीन के खिलाफ हो रहे हैं. अगर सवाल पूछा जाए कि आखिर इजराइल के हमलों में कौन मारा जा रहा है, तो शायद इन देशों का मौन अंदाज ये बयां कर जाएगा कि मरने वालों में औरते और बच्चों की तादाद ज्यादा है.


फिलिस्तीन की हिमायत में प्रोटेस्ट


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फिलिस्तीन में हो रहे लगातार हमलों के विरोध में यूएस की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में प्रोटेस्ट जारी है. कई सौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कई स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड भी किया गया है. 30 अप्रैल न्यूयॉर्क सिटी पुलिस कोलंबिया यूनिवर्सिटी से नोटिस मिलने के बाद कैंपस में घुसी और कई छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियोज़ में पुलिस कैंपस में से प्रोटेस्ट कर रहे लोगों को डिटेन करती नजर आ रही है. कुछ छात्रों को कैंपस से बाहर ले जाया गया है. कुछ के हाथों को उनकी कमर के पीछे बांधा हुआ था, और कुछ छात्रों को पुलिस बस में भरती हुई नजर आ रही है.


यूनिवर्सिटी का बयान


कोलंबिया ने भी पुष्टि की है कि उसने इस मामले को लेकर पुलिस से संपर्क किया था. देर रात पुलिस कैंपस में घुसी थी. यूनिवर्सिटी ने कहा कि यह फैसला हमारे समुदाय में सुरक्षा और व्यवस्था बहाल करने के लिए किया गया था.


यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता कहते हैं,"जब विश्वविद्यालय को रातोंरात पता चला कि हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया गया है, तोड़फोड़ की गई है और उसे अवरुद्ध कर दिया गया है, तो हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था. कोलंबिया के सार्वजनिक सुरक्षा कर्मियों को इमारत से बाहर निकाल दिया गया, और हमारी सुविधा टीम के एक सदस्य को धमकी दी गई. बयान में कहा गया है, ''हम अपने समुदाय की सुरक्षा या आगे तनाव बढ़ने की संभावना को जोखिम में नहीं डालेंगे.'' हमने सुबह-सुबह फैसला लिया कि यह एक कानून प्रवर्तन मामला है, और उसी के अनुसार पुलिस को खबर की गई."