इजरायली फौज ने लेबनानी सेना को बनाया निशाना, 1 अधिकारी समेत 3 की मौत
Israel Hezbollah War: इजरायल हिजबुल्लाह जंग से लेबनान के सशस्त्र बलों ने किनारा कर लिया है. लेबनान की सेना इतनी शक्तिशाली नहीं है कि वह हिजबुल्ला पर अपनी इच्छा थोप सके या इजराइल के जमीनी हमले का विरोध कर सके.फिर भी इजरायल लगातार लेबनानी सैनिकों को निशाना बना रहा है.
Israel Hezbollah War: लेबनान में युद्ध सिर्फ़ हिज़्बुल्लाह तक सीमित नहीं है. बल्कि यह जंग आम नागरिकों से लेकर लेबनानी सैनिकों तक फैल चुका है. एक तरफ़ इज़राइल कह रहा है कि वह हिज़्बुल्लाह के साथ युद्ध कर रहा है. दूसरी तरफ़ वह लगातार आम नागरिकों और लेबनानी सैनिकों को निशाना बना रहा है. इस बीच, इज़रायली सेना ने लेबनानी सैनिकों पर कहर बनकर टूट पड़ा है. आईडीएफ ने लेबनानी सैनिकों पर भीषण हमले किए हैं. जिसमें एक लेबनानी सेना अधिकारी समेत तीन सैनिक मारे गए हैं. जबकि 10 जख्मी हुए हैं. लेबनानी सेना ने यह जानकारी दी है.
लेबनानी सेना ने क्या कहा?
लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के एक हमले में एक अधिकारी समेत उसके तीन सैनिकों की मौत हो गई. लेबनानी सेना की तरफ से ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई. हमला तब किया गया जब लेबनान के सैनिक देश के दक्षिणी हिस्से में घायल लोगों को बचाने का काम कर रहे थे. सेना के पोस्ट में कहा गया कि हमला दक्षिणी शहर यातेर के बाहरी इलाके में हुआ है. सितंबर में इजराइल और हिजबुल्ला के बीच चौतरफा युद्ध छिड़ने के बाद से इजराइल के बलों ने आठ बार उसे निशाना बनाया.
इजरायल ने क्या कहा?
वहीं, इजराइली सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस बात की जांच कर रही है कि हिजबुल्ला के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के दौरान ‘लेबनानी’ सेना के कई सैनिकों को गलती से नुकसान पहुंचा था या नहीं. इजराइली सेना ने एक बयान में कहा कि वह जानबूझकर लेबनान के सैनिकों को निशाना नहीं बनाती है.
लेबनानी सेना नहीं कर सकती है इजरायल का विरोध
इससे पहले इजराइल ने रविवार को हुए हमले के लिए खेद जताया था जिसमें तीन लेबनानी सैनिक मारे गए थे. इजराइल ने कहा था कि उसने उस क्षेत्र में एक वाहन को निशाना बनाया था जहां हिजबुल्ला ने हाल में हमले किये थे, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि वह वाहन लेबनान की सेना का था. ताजा जंग से लेबनान के सशस्त्र बलों ने किनारा कर लिया है. लेबनान की सेना इतनी शक्तिशाली नहीं है कि वह हिजबुल्ला पर अपनी इच्छा थोप सके या इजराइल के जमीनी हमले का विरोध कर सके.