Wayanad Lok Sabha Constituency: लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही तमाम राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हैं. सबने अपने उम्मीदवारों के ऐलान करने शुरू कर दिए हैं. हर सीट के लिए जबरदस्त फाइट हो रही है. हर सीट पर जातिगत और डेमोग्राफी की बुनियाद बर बने समीकरण अहम किरदार अदा करते हैं. ऐसे में केरल की वायनाड सीट खासा चर्चा में है. इसकी वजह है यहां से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का खड़ा होना.


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राहुल दूसरी बार
राहुल गांधी ने बीते रोज वायनाड से नामांकन दाखिल कर दिया है. राहुल गांधी पहले से ही यहां से सांसद हैं. वह दूसरी बार यहां से चुनाव लड़ेंगे. यह सीट केरल के उत्तर में है. इनके बारे में जानना दिलचस्प है.


40 फीसद मुस्लिम
इंडिया स्टैट इलेक्शन के आंकड़े बताते हैं कि वायनाड सीट पर 40 फीसद मुस्लिम वोटर्स हैं. इस सीट पर 40 फीसद हिंदू वोटर्स भी हैं. इसके अलावा यहां 20 फीसद ईसाई हैं. इस सीट पर एससी वोटरों की तादाद 7 फीसद और एसटी मतदाताओं की तादाद 9.3 फीसद है. वायनाड सीट पर ग्रामीण वोटर्स 93 फीसद हैं जबकि शहरी वोटर्स 7 फीसद हैं.


राहुल की हुई थी जीत
साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद वायनाड सीट कांग्रेस के गढ़ के बतौर उभर कर सामने आई है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने इस सीट पर अच्छे वोटों से जीत दर्ज की थी. राहुल गांधी ने तब 706367 वोटों से जीत हासिल की थी. उनके मुकाबले में खड़े सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर ने 274597 वोट हासिल किए थे. राहुल ने पीपी सुनीर को लगभग 4 लाख वोटों से हराया था.


मुश्किल है मुकाबला
इस बार राहुल गांधी के लिए चीजें थोड़ी मुश्किल होने वाली हैं. सीपीआई ने इस बार इस सीट से डी राजा की बीवी एनी राजा को उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही भाजपा ने केरल के प्रदेश अध्यक्ष के सरेंद्रन को मैदान में उतारा है.