78th Independence Day: हिंदुस्तान के मदरसों से उठी बांग्लादेश के हिन्दुओं की हिफाज़त की मांग
78th Independence Day: दिल्ली के बुराड़ी के मुकुंदपुर C ब्लॉक में मौजूद मदरसे में आजादी का जश्न मनाया गया है. मदरसे के बच्चों ने तिरंगा यात्रा निकाला और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए. इस दौरान मदरसे के मौलानाओं ने क्या कहा?
78th Independence Day: आज देश भर में यौम-ए-आज़ादी का जश्न मनाया गया है. इस क्रम में दिल्ली के बुराड़ी के मुकुंदपुर C ब्लॉक में मौजूद मदरसे में आजादी का जश्न मनाया गया है. इसके अलावा लखनऊ, पटना समेत देश के कई मदरसों में यौम-ए-आजादी का जश्न मनाया गया है. मदरसों के बच्चों ने तिरंगा यात्रा निकाला और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए. इस दौरान मदरसों के मौलानाओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता जाहिर की.
हिंदुओं पर हो रहे हिंसा को लेकर मौलाना ने क्या कहा?
मस्जिद के मौलाना ने कहा कि हम मुल्क के पीएम नरेंद्र मोदी से गुजारिश करते हैं कि आज लाल किले से भारत को संबोधित करते हुए कोई ऐसा फैसला लें, जिससे बांग्लादेश में हिंदूओ पर हो रहे अत्याचार पर रुक जाए और आरोपियों पर सबसे सख्त कार्रवाई हो.
मौलाना ने क्या कहा?
यौम-ए-आज़ादी के जश्न के दौरान मस्जिद के मौलानाओं ने कहा कि इस बार वे पिछले साल की तरह जश्ने आजादी को ज्यादा उत्साह के साथ मना रहे हैं. यह त्योहार देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले और हमें आजादी दिलाने वाले वीर जवानों को खराज-ए-'अकीदत पेश करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराकर सादे तरीके से मनाया जा रहा है. क्योंकि बांग्लादेश में हो रही हिंसा से भारत के सभी मुस्लिम समुदाय के लोग आहत हैं, क्योंकि वहां कुछ कट्टरपंथी मुसलमान हिंदू भाइयों पर अत्याचार कर रहे हैं.
पीएम से की ये गुजारिश
उन्होंने आगे कहा, बांग्लादेश की सरकार हिंसा को कंट्रोल करने में असफल नजर आ रही है. आज जश्ने आजादी के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश के पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे लाल किले से ऐसा ऐलान करें, जिससे बांग्लादेश में रह रहे हिंदू भाइयों को राहत मिले और उन पर अत्याचार करने वाले आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो.
आज पूरे देश में मनाया जा रहा है जश्न-ए-आज़ादी
एक और दूसरे मौलाना ने कहा कि आज पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस बड़ी ही खुशी के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन कहीं न कहीं जो लोग देशभक्त हैं वो देश के बारे में सोचते हैं. ऐसे लोग स्वतंत्रता दिवस को बड़ी खुशी के साथ नहीं बल्कि इस उम्मीद के साथ मना रहे हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश में हो रही हिंसा को रोकेंगे.