Abdullah Azam Birth Certificate Case: आज़म खां और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं.  18 अक्टूबर को अब्दुल्लाह आज़म के डबल जन्म प्रमाण पत्र को लेकर MP-MLA कोर्ट ने अब्दुल्ला आज़म,उनके पिता आजम खां और मां तंज़ीम फातिमा को सात-सात साल कैद की सज़ा सुनाई थी. इसके बाद तीनों को रामपुर के जिला कारागार भेज दिया गया था. लेकिन रविवार को अब्दुल्ला आज़म को हरदोई जिला कारागार शिफ्ट कर दिया गया, वहीं आजम खान को सीतापुर जिला कारागार भेजा गया है. जबकि अब्दुल्ला की मां तनवीर फातिमा को रामपुर जिला कारागार में ही रखा गया है.


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सपा नेताओं को मिलने से रोका 
आपको बता दें कि आज़म खां की ससुराल हरदोई के बिलग्राम कस्बे में  है.अपनी ननिहाल स्थित जिला कारागार हरदोई में अब्दुल्ला के शिफ्ट होने के बाद उनसे मुलाकात करने ख़ाला और खालू जिला कारागार पहुंचे.अब्दुल्लाह आज़म की ख़ाला-खालू के साथ सपा के जिला उपाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ता भी जेल में उनसे मिलने पहुंचे थे, जिनको मुलाकात करने से रोक दिया गया. इस बारे  में मीडिया से बात करते हुए जेल के अधीक्षक ने जेल मैनुअल का हवाला दिया. दरअसल अब्दुल्लाह आज़म ने मुलाकात करने के लिए अपने पारिवार के 10 लोगों का नाम दिया है. इस सूची का हवाला देकर जेल प्रशासन ने एसपी नेताओं को उनके मुलाकात करने से रोक दिया.


 


"अब्दुल्लाह आज़म को हो रही हल्की खांसी"
ख़ाला तनवीर फातिमा ने एल आई यू के लोगों की मौजूदगी में अब्दुल्लाह आजम से मुलाकात की. मुलाकात का सिलसिला तकरीबन 45 मिनट तक चला.  मुलाकात के बाद बाहर निकली अब्दुल्लाह आजम की खाला ने बताया कि अब्दुल्लाह को हल्की खांसी है. उन्होंने बताया कि भांजे अब्दुल्लाह ने अपनी ख़ाला से मुलाकात के दौर कहा कि "बुरा वक्त है और यह भी कट जाएगा". वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष अजय सिंह ने इल्जाम लगाया कि पार्टी के किसी भी नेता और पदाधिकारी को अब्दुल्लाह आजम से मिलने की इजाजत नहीं दी गई और जेल प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है. इस मामले में जिला कारागार के अधीक्षक संजय सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से दी गई लिस्ट के मुताबिक ही मुलाकात कराई जाएगी.


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