Assam News: असम में बाढ़ पीड़ितों पर पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग; फातिमा की मौत, 4 गंभीर
Assam News: असम के नौगांव में बाढ़ से बचने के लिए वन विभाग की भूमि में शरण लेने वाले कुछ गरीब और बेघर मुस्लिम परिवारों पर फायरिंग कर पुलिस ने एक महिला की हत्या कर दी जबकि पांच अन्य को घायल कर दिया है.
गुवाहाटीः इस समय असम के कई इलाके भीषण बाढ़ की चपेट में है. लाखों लोग अपना घर-वार छोड़कर विस्थापितों की जिंदगी जी रहे हैं. उनके पास ने तो खाने और पीने के लिए कोई संसाधान है और न ही उनतक सरकारी मदद ठीक से पहुंच पा रही है. इसी बीच बाढ़ प्रभावित मुसीबत में फंसे लोगों पर असम वन विभाग की पुलिस गोलियां चला रही है. असम के नौगांव जिले के बूढ़े चापरी वनांचल में वन विभाग ने गोली मारकर एक महिला समेत पांच लोगों को घायल कर दिया था, जिसमें बाद में फातिमा खातून नाम की एक महिला की मौत हो गई. घायल लोगों में अहमद अली, रमजान अली, शमशेर अली और एक महिला रहीमा खातून शामिल है. इस हादसे में प्रभावित सभी लोग गरीब मुस्लिम समुदाय से हैं. पुलिस की फायरिंग के बाद ग्रामीणों में भी पुलिस पर पथराव किया है जिसमे कई पुलिस वाले घायल हो गए हैं. निर्दोश और पीड़ित लोगों पर असम वन विभाग की पुलिस द्वारा की गई इस हत्या से पूरे इलाके में तनाव फैल गया है.
पीड़ितों ने अस्थाई तौर पर वन विभाग की भूमि पर ले रखा था शरण
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बुरहा चापारी में असम सरकार द्वारा बुलडोजर चलाकर लोगों को वहां से हटाया गया था. इसके बाद जिला प्रशासन के तरफ से अलॉट की गई एक जगह पर उन विस्थापित लोगों को अस्थाई तौर पर रहने की इजाजत दी गई थी. लेकिन पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की वजह से पीड़ित लोगों ने अपने मवेशियों के साथ उस स्थान पर अस्थाई तौर पर शरण ले रखा था. वन विभाग के लोग वहां पर पहुंचकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. इसमें एक महिला की मौत हो गई जबकि तीन पुरुष समेत एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है.
बातचीत किए बिना पुलिस ने की फायरिंग
बाढ़ प्रभावित लोगों पर वन विभाग द्वारा की गई इस जघन्य हत्याकांड पर एआईयूडीएफ के स्थानीय विधायक अमीनुल इस्लाम ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वन विभाग ने बाढ़ से प्रभावित लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर कर पूरे सिस्टम को शर्मशार कर दिया है. उन्होंने बताया कि लोग बाढ़ से बचने के लिए जंगल के उस स्थान पर अपने मवेशियों के साथ पहुंचकर अस्थाई तौर पर शरण ले रखा था. वन विभाग के लोग उनसे कोई बातचीत किए बिना ही उनपर अंधाधुंध गोलीबारी एक महिला को मौत के घाट उतार दिया जबकि चार अन्य को घायल कर दिया है. अमीनुल इस्लाम ने फातिमा खातून के परिवार को 10 लाख और फायरिंग में घायल हुए चार अन्य लोगों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की सरकार से मांग की है.
अमीनुल इस्लाम स्थानीय विधायक एआईयूडीएफ
गुवाहाटी से शरीफ उद्दीन अहमद की रिपोर्ट
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