इस्लाम के पांच पिलर्स में से एक हज है. हर मुसलमान के लिए अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार हज करना फर्ज है. हज का सफर धू अल-हिज्जा यानी इस्लामिक कैलेंडर के आखिरी महीने में किया जाता है. इस महीने में मुस्लिम तीर्थयात्री सऊदी अरब के पाक शहर मक्का के लिए जाते हैं.


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क्या है हज के लिए गाइडलाइंस
हज के लिए सऊदी सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं. वहीं हाजियों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए कई गाइडलाइन्स भी जारी की गई हैं. सऊदी के मौसन विभाग ने हज के दौरान  44 डिग्री सेल्सियस तापमान होने की संभावना जताई है, जो हाजियों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती है, जिसे देखते हुए गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की गई है.


गर्मी से बचने की सलाह
पिछले साल भी इस दौरान गर्मी से लोगों का बुरा हाल हुआ था. तीर्थयात्रियों को हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ा था. वहीं इस साल तापमान सामान्य से 1.5 से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने वाला है. इस स्तिथि को देखते हुए अधिकारियों ने जोखिम को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं. हाजियों को हाइड्रेटेड रहने, धूप से बचने वाले कपड़े पहनने और छाया में रहने की सलाह दी जा रही है. साथ ही ये भी कहा गया है कि हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.


हज कमेटी ऑफ इंडिया के शानदार इंतजाम
इस साल हज कमेटी ऑफ इंडिया ने भी हाजियों के लिए शानदार इंतजाम किए हैं. पहली बार भारतीय तीर्थयात्री मक्का तक हाई-स्पीड ट्रेन में जा सकेंगे. दरअसल पिछले साल तक भारतीयों के लिए जेद्दा हवाई अड्डे से मक्का के लिए बस सेवाएं ही उपलब्ध थीं. लेकिन इस बार भारतीय यात्री जेद्दा हवाई अड्डे से मक्का पहुंचने के लिए हाई-स्पीड ट्रेन का इस्तेमाल कर सकेंगे.