Narsinghanand Arrest: प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद मौजूद डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की. संगठन ने कहा कि उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना काफी नहीं है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में इल्जाम लगाया कि नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ "असहनीय ईशनिंदा" करने वाली बयानबाजी की है. इस ताल्लुक से नरसिंहानंद की फिलहाल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.


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मुसलमानों की भावनाएं आहत
मदनी ने दावा किया कि वीडियो में नरसिंहानंद ने जो बयान दिया है, वह अकथनीय और असहनीय है, जिससे दुनिया भर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख ने इसे राष्ट्रीय अखंडता के लिए खतरा बताया और तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की. मदनी ने बयान में कहा, "हम सरकार से मांग करते हैं कि वह पैगंबर के खिलाफ ईशनिंदा करने वाले नरसिंहानंद को तुरंत गिरफ्तार करे और कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा दे, ताकि आने वाले वक्त में कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न कर सके."


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गिरफ्तारी की मांग
मदनी ने कहा कि नरसिंहानंद के खिलाफ केवल प्राथमिकी दर्ज करना काफी नहीं है. गंभीर इल्जामों के तहत उनकी गिरफ्तारी जरूरी है. मदनी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि सरकार इस अत्यंत खेदजनक मामले की गंभीरता को समझेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें कानून के मुताबिक कड़ी सजा दी जाए और जेल भेजा जाए, ताकि दुनिया भर के लोग भारत के लोकतंत्र का सम्मान कर सकें."


AIMIM ने का विरोध
इससे पहले पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने को लेकर यति नरसिंहानंद पर कई मुकदमें दर्ज किए गए. नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले और अन्य राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सीवी आनंद को एक ज्ञापन सौंपकर नरसिंहानंद के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की.