Javed Akhtar on UCC: मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने आज यानी 19 मार्च को  समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसे सिर्फ मुलसमानों की आलोचना करने के लिए लागू नहीं किया जाना चाहिए, ताकि, वे बहुविवाह न कर सकें.


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लोग मुसलमानों से करते हैं नफरत?
एक निजी प्लेटफॉर्म पर उन्होंने एक इंटरव्यू दिया, जहां, जावेद अख्तर ने कहा, "लोग मुसलमानों से नफरत करते हैं, क्योंकि उन्हें एक वक्त में चार बीवियां रखने का अधिकार है. क्या समान नागरिक संहिता लागू करने का यही सिर्फ वजह है? अगर आपको भी ये अधिकार दिया जाए तो कोई दिक्कत नहीं होगी.''


हिंदू भी कर रहे हैं बहुविवाह
इसके बाद उन्होंने बताया कि हिंदू "अवैध रूप से" बहुविवाह का पालन कर रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, ऐसे हिंदू ज्यादा हैं, जो दो बार शादी करते हैं. मैं सभी के लिए समान कानून और अधिकारों के पक्ष में हूं. मैं अपने बेटे और बेटी को समान संपत्ति का हिस्सा दूंगा."


नहीं पढ़ना चाहिए सड़क पर नमाज
इसके साथ ही जावेद अख्तर से आगे उस वायरल वीडियो पर उनकी राय पूछी गई, जिसमें एक पुलिस अधिकारी ने सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों को मारते हुए दिख रहा है. इस पर उन्होंने कहा, ''सड़क पर नमाज पढ़ना सही नहीं है. अगर जगह नहीं बची है तो लोगों को इसके बारे में सरकार से पूछना चाहिए. यह हिंदू या मुसलमानों के बारे में नहीं है. पुलिस की कार्रवाई भी ग़लत थी.” 


क्या है पूरा मामला
दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने 19 अप्रैल से शुरू होने वाले सात मरहलों में होने वाले लोकसभा इंतखाब से कुछ महीने पहले फरवरी में समान नागरिक संहिता पारित की थी. UCC विवाह, तलाक, संपत्ति की विरासत के लिए एक सामान्य कानून लाता है, जो पहले हर धर्म के व्यक्तिगत कानूनों के जरिए शासित होते थे. सामान्य संहिता द्विविवाह (एक व्यक्ति से कानूनी तौर पर दूसरे व्यक्ति से विवाह करते हुए भी विवाह करना) और बहुविवाह (एक साथ कई शौहर-बीवी रखना) पर रोक लगाती है. इसके बाद से ही देश में UCC को लेकर भारी बवाल मचा हुआ है.